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Deaths due to plastic are increasing in India, know what can be the ways to avoid it: प्लास्टिक जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत आम रूप से उपयोग होता है। एक छोटी सी पानी की बोतल से लेकर बड़े से बड़े अप्लायंस में इसका उपयोग होता है। किचन से लेकर बाथरुम और खाने की पैकेजिंग लेकिन कहीं न कहीं ये आपकी जिंदगी में भारी मात्रा में मौजूद है। हाल में “द लेसेंट ई बायोमेडिसिन जर्नल” की एक स्टडी में पाया गया कि भारत में प्लास्टिक से होने वाली मौतों का मामला तेजी से बढ़ा रहा है। इसकी वजह प्लास्टिक में पाया जाने वाला DEHP नामक एक केमिकल है जो इसको मुलायम बनाता है लेकिन ये सेहत के लिए बहुत हानिकारक है। ये आपमें दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। घर में नियमित रूप से उपयोग होने वाले प्लास्टिक से हृदय की धमनियों में सूजन हो सकती है जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। इस स्टडी में 200 देशों का आकाड़ाँ निकाला गया जिसमें पाया गया कि 2018 में इस कारण हुई मौतों में भारत सबसे पहले दर्जे पर रहा जहाँ 1 लाख 3 हजार मौतों हुए। ये केमिकल हमारे रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले ब्यूटी प्रोड्कट्स से लेकर बच्चो के खिलौनो, कंटेनरों से लेकर मेडिकल इक्वविपमेंट तक की समान्य चीजों में पाया जाता है। ऐसे में जरूरत है कि हम अपने रोज के इस्तेमाल में प्लास्टिक की मात्रा को कम करें। आइए जानते है कैसे आप अपनी रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक का इस्तेमाल को कम कर सकते है।
भारत में प्लास्टिक से बढ़ती मौतें, जाने क्या हो सकते है इससे बचने के तरीके
1. डिस्पोजेबल प्लास्टिक कम इस्तेमाल करे
यूज एंड थ्रो वाले प्लास्टिक प्रोडक्ट जैसे प्लास्टिक कप, गिलास, स्ट्रॉ और बैग्स आदि का उपयोग कम से कम करे। इसकी जगह आप इसके इकोफ्रेंडली अल्टरनेटिव का इस्तेमाल करे।
2. लेबल देखकर खरीदे
प्लास्टिक प्रोडक्ट्स को देख कर खरीदे। BPA फ्री, पैथलेट फ्री या DEHP फ्री लिखे प्रोडक्ट ही खरीदे। PVC को खरीदने से बचे जिस पर रिसाइकिलिंग कोड #3(PVC) लिखा हो इसमें अक्सर DEHP होता है।
3. किचेन में ऐसे करे अवॉयड
किचेन में प्लास्टिक कंटेनर के अल्टरनेटिव जैसे स्टील, सिरेमिक या कांच के कंटेनर का इस्तेमाल करे। रैपिंग के लिए लिए भी PVC की जगह सिलिकॉन कवर जो रिसाइक्लियबल का ही इस्तेमाल करे। खाने में प्रोसेस्ड फूड के पैकेजिंग में DEHP का इस्तेमाल होता है, ऐसे में प्रोसेस्ड फूड की जगह ताजा खाना खाए।
4. ब्यूटी प्रोडक्ट को देखकर खरीदे
कई ब्यूटी प्रोडक्ट जैसे परफ्यूम, लोशन वगैरह में DEHP या पैथलेट होता है, जो खास स्मैल के लिए डाला जाता है। इसलिए इनको आप देखकर अच्छे से खरीदे। पैथलेट फ्री प्रोडक्ट ही खरीदे।
5. बच्चों के लिए करे सही चुनाव
अक्सर बेबी प्रोडक्ट और बच्चों के खिलौनों में पैथलेट पाया जाता है। ऐसे में बच्चों को लकड़ी, सिलिकॉन या नेचुरल रबर से बने खिलौने ही दे। इसके अलावा कोई भी बेबी प्रोडक्ट खरीदने से पहले DEHP की जांच कर ले।