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दिल बेचारा एक बहुत ही यादगार फिल्म है क्योंकि ये सुशांत सिंह राजपूत की आखरी फिल्म है। फिल्म को मुकेश छाबरा ने डायरेक्ट किया है । दिल बेचारा जॉन ग्रीन की एक नावेल पर आधारित है, जिसका नाम है "द फाल्ट इन आर स्टार्स, जो की 2012 में लांच हुई थी । कई बार दिल बेचारा फिल्म का रीलीज़ डिले हुआ, पर काफी इंतज़ार के बाद ये फिल्म 24 जुलाई 2020 को डिज्नी हॉटस्टार (Disney Hotstar) पर रिलीज हो पाई । यह है फिल्म के कुछ यादगार डायलॉग्स (Best Dialogues)
दिल बेचारा फिल्म समाज को बहुत ही सुन्दर तरीके से कैंसर पेशेंट्स से डील करना सिखाती है और इसके साथ साथ कैंसर पेशेंट्स को फाइटिंग स्पिरिट के साथ जीना सिखाती है ।
- हीरो बनने के लिए पॉपुलर नहीं बनना पड़ता , वो रियल लाइफ में भी होते हैं
- जन्म कब लेना है और मरना कब है , यह हम डिसाइड नहीं करते पर जीना कैसे है वो हम डिसाइड कर सकते है ।
- कभी कभी लगता है की में रियलिटी शो की कंटेस्टेंट हूँ , बस एलिमिनेट होने वाली हूँ पर कोई वोट करके बचा लेता है ।
- जिसने मुझे हँसना सिखाया वो मेरे सामने रो रहा था , चिल्ला रहा था और मैं फिर कुछ नहीं कर पायी ।
- जैसे उसने एंट्री ली वैसे ही एक दिन एग्जिट ली , और मुझे अकेला छोड़ दिया।
- कहते है प्यार नींद की तरह होता है , धीरे धीरे आता है और फिर एकदम से आप उसमें खो जाते है ।
- मैं ज़िंदा हूँ , आई गेस किज़्ज़ी का मतलब चिपकू ही होता है , पर अब लाइफ से चिपकने की वजह मिल गयी थी ।
- जब कोई मर जाता है , तो उसके साथ जीने की उमीद भी मर जाती है ।
- गाना अधूरा क्यों था? क्यूंकि लाइफ ही अधूरी है।
- कहते हैं प्यार नींद की तरह होता है , धीरे धीरे आता है और फिर एक दम से आप उसमें खो जाते हैं
दिल बेचारा फिल्म समाज को बहुत ही सुन्दर तरीके से कैंसर पेशेंट्स से डील करना सिखाती है और इसके साथ साथ कैंसर पेशेंट्स को फाइटिंग स्पिरिट के साथ जीना सिखाती है ।
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