बच्चे को ज्यादा फ़ोन क्यों नहीं देना चाहिए ? क्या हैं इस के नुकसान ?

author-image
Swati Bundela
New Update
फ़ोन को लेकर बहुत जिद्दी होते जा रहे हैं। इस में गलती पेरेंट्स की भी है वो बचपन से ही जब भी  बच्चा रोता है तो उसके सामने फ़ोन रख देते हैं। इस से बच्चे को आदत लग जाती है और फिर वो हमेशा ऐसे ही ज़िद करने लग जाते हैं। आजकल बच्चे के लिए सबसे जरुरी एक अच्छा मोबाइल फ़ोन माना जाता है।
Advertisment
बच्चे को फ़ोन के नुकसान

फ़ोन के दुष्प्रभाव को समझना है जरुरी -

Advertisment

आज के दौर में मोबाइल फ़ोन इंसान के जीवन का जरुरी हिस्सा बन चुका है। बड़ों को हर वक़्त फोन लिए देख देख कर छोटे बच्चे भी आजकल फ़ोन की ज़िद करने लगे हैं। बड़े लाड प्यार के कारण बच्चो को कम उम्र में ही फ़ोन दे देते हैं। बच्चों के ऊपर इस के कई मानसिक और शारीरिक दुष्प्रभाव होते हैं।

1. मेन्टल ग्रोथ रुकती है और पढाई में मन नहीं लगता है

Advertisment

जब बच्चा फ़ोन चलाता है तो वो आस पास के माहौल से कट जाता है और सारी ऊर्जा फ़ोन में ही लगा देता है। ऐसा करने से वो और किसी भी काम में मन नहीं लगा पाते हैं ओर वो लोगों से भी अच्छे से जुड़ नहीं पाते है। इस से जिस हिसाब से बच्चे का मानसिक विकास होना चाहिए उस में कमी आ जाती है।
Advertisment

2. चश्मा लग जाता है और आँखों की समस्याएं हो जाती हैं


हर इंसान 1 मिनट में 15 से 20 बार पलक झपकाता है और जब हम फ़ोन चलाते हैं तो हम पलक कम झपकाते हैं जिसके कारण आँखों में दर्द ,सूखापन ओर खिचाव होने लगता है। इसके कारण कम उम्र में चश्मा भी लग जाता है।
Advertisment

3. सोने में परेशानी होने लगती है - बच्चे को फ़ोन के नुकसान


जब बच्चे घंटों तक फ़ोन में कार्टून ओर गेम्स खेलते रहते हैं तो फ़ोन से निकलने वाली हानिकारक ब्लू रौशनी से बच्चे की नींद उड़ जाती है। इसके कारण वो रात रात भर जागते हैं ओर बड़ों को भी परेशान कर देते हैं।
Advertisment

4. बुरी आदत बन जाती है


विशेषज्ञों ने ऐसा कहा है कि छोटे छोटे नवजात बच्चे जब तरह तरह के चित्र और रंग देखते हैं तो वो उस से आकर्षित होते हैं। इसी के कारण बच्चे फ़ोन के लिए इतना रोना चालू कर देते हैं और उसी को देख कर चुप होते हैं। फ़ोन से निकलने वाली आवाज और लाइट बच्चों को फ़ोन की ओर खींचती है।
सेहत