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कोरोनावायरस के वक्त अपने स्वास्थ का ध्यान रखना जरूरी है। खासतौर पर फेफड़ों का इस वक्त सही से काम करना काफी जरूरी है। क्योंकि महामारी का सबसे ज्यादा असर हमारे फेफड़ो में हो रहा है। वहीं कई लोग बिना सोचे समझे ऐसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं जिससे उनके शरीर को और फेफड़ों को नुकसान झेलना पड़ सकता हैं। इसलिए जरूरी है कि हम अपने खानपान पर कुछ बदलाव करें। साथ ही उन चीजों से भी परहेज़ करें जो हमारे फेफड़ों के लिए नुकसानदेह हैं। फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए क्या करें और क्या ना करें।
डायाफ्रामिक ब्रीथिंग में हम अपने पेट के मसल के इस्तेमाल से सांस लिया जाता है जिससे पूरे फेफड़ों में ऑक्सीजन भर जाता है। आपने ध्यान दिया हो तो आपको पता होगा कि बच्चे अपने पेट का इस्तेमाल करके सांस लेते हैं जबकि बड़े लोग सीने और कंधों की मसल्स का इस्तेमाल कर सांस लेते हैं। दरअसल पेट से सांस लेने से आपका श्र्वसन मजबूत होता है और रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है।
एंटीऑक्सीडेंट एक पदार्थ है जो फ्री रेडिकल्स के कारण cells को होने वाले नुकसान से रोकता या बचाता है। इसीलिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद हों। जैसे कि बीट्स, सेब, पंपकिन, टमाटर खाएं। साथ ही शिमला मिर्च की सब्जियां या दूसरी सब्जियों में मिलाकर खाएं। दूध या पानी में हल्दी डालकर पिएं।
बीड़ी, तंबाकू, धुम्रपान से दूर रहे यह हमारे फेफड़ों के लिए काफी नुकसानदायक है। इससे हमारे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं और विटामिन सी की भी कमी आती है। दरअसल हमें अपने शरीर में 75 मिलीग्राम विटामिन सी चाहिए ही होता है। वही विटामिन सी की कमी होने के कारण कोरोनावायरस होने की संभावना अधिक बढ़ सकती है।
इंफेक्शन आपके फेफड़ों के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है खास तौर पर अगर आप 35 साल से ऊपर है। सिर्फ कोरोनावायरस नहीं ऐसी कई बीमारियां हैं जिससे हमें फेफड़ों में दिक्कत हो सकती है। इसीलिए अपना हाथ अच्छे से धोएं, हो सके तो निमोनिया, फ्लू, पर्टूसिस जैसी बीमारियों का वैक्सीन लगवा लें।
1. डायाफ्रामिक ब्रीथिंग(Diaphragmatic breathing) का इस्तेमाल करें
डायाफ्रामिक ब्रीथिंग में हम अपने पेट के मसल के इस्तेमाल से सांस लिया जाता है जिससे पूरे फेफड़ों में ऑक्सीजन भर जाता है। आपने ध्यान दिया हो तो आपको पता होगा कि बच्चे अपने पेट का इस्तेमाल करके सांस लेते हैं जबकि बड़े लोग सीने और कंधों की मसल्स का इस्तेमाल कर सांस लेते हैं। दरअसल पेट से सांस लेने से आपका श्र्वसन मजबूत होता है और रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है।
2. एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ खाएं
एंटीऑक्सीडेंट एक पदार्थ है जो फ्री रेडिकल्स के कारण cells को होने वाले नुकसान से रोकता या बचाता है। इसीलिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जिसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मौजूद हों। जैसे कि बीट्स, सेब, पंपकिन, टमाटर खाएं। साथ ही शिमला मिर्च की सब्जियां या दूसरी सब्जियों में मिलाकर खाएं। दूध या पानी में हल्दी डालकर पिएं।
3. स्मोकिंग ना करें
बीड़ी, तंबाकू, धुम्रपान से दूर रहे यह हमारे फेफड़ों के लिए काफी नुकसानदायक है। इससे हमारे शरीर के कई अंग प्रभावित होते हैं और विटामिन सी की भी कमी आती है। दरअसल हमें अपने शरीर में 75 मिलीग्राम विटामिन सी चाहिए ही होता है। वही विटामिन सी की कमी होने के कारण कोरोनावायरस होने की संभावना अधिक बढ़ सकती है।
4. इंफेक्शन से बचें
इंफेक्शन आपके फेफड़ों के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है खास तौर पर अगर आप 35 साल से ऊपर है। सिर्फ कोरोनावायरस नहीं ऐसी कई बीमारियां हैं जिससे हमें फेफड़ों में दिक्कत हो सकती है। इसीलिए अपना हाथ अच्छे से धोएं, हो सके तो निमोनिया, फ्लू, पर्टूसिस जैसी बीमारियों का वैक्सीन लगवा लें।