आजकल के व्यस्त जीवन में हम अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान नहीं रख पाते जिस कारण हम बहुत सारी बीमारियों का शिकार हो जाते है।हमारी खाने-पीने की आदतें, वजन, स्ट्रेस और स्मोकिंग और ड्रिंकिंग की आदतें ख़राब सेहत का कारण बनती है।आजकल बाँझपन (infertility) बहुत आम हो गया है। विशेषज्ञों की माने, हमारी ख़राब आदतों और व्यस्त जीवन की वजह से औरतों में बाँझपन की समस्या बड़ रही है।
“इंटरनैशनल इन्स्टिट्यूट ओफ़ पॉप्युलेशन साइंसेज़” के अनुसार भारत में कुछ पिछले सालों से 15-20 मिल्यन कपल इन्फ़र्टिलिटी का शिकार हुए है।
आज हम महिलाओं में बाँझपन की समस्या के कारणों का पता करेंगे:-
1. पीरियडस में कठनाईः- बाँझपन के कारण पीरियडस का अनियमित, पीरियडस के दौरान दर्द या माहवारी का ना होना भी हो सकते है। पीरियडस में परेशानी PCOD और PCOS से भी हो सकती है।ये महिलाओं में बाँझपन का कारण बन सकते है।
पीसीओडी(PCOD)- यह ऐसी स्थिति है जिसमें ओवरीज़ समय से पहले एग्स को छोड़ देती है जो बाद में सिस्ट में बदल जाते है।ऐसा होने पर पीरियड अनियमित हो जाते है।इसके कारण ओवरी का आकार बढ़ जाता है और पुरुषों के हार्मोन रिलीज होते है।
पीसीओएस(PCOS)- यह पीसीओडी से अधिक गंभीर स्थिति है।इसमें पुरुषों के हार्मोन ज़्यादा मात्रा में पैदा होते है।
2. सेक्स के दौरान दर्दः- जब आप सेक्स के दौरान दर्द या पेन महसूस करते है तो यह बिल्कुल नोर्मल नहीं है क्योंकि सेक्स के दौरान बिल्कुल दर्द नहीं होता।इसे नज़रंदाज़ ना करें। अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।इसमें फाइब्रॉएड', ओवेरीयन सिस्ट और योनि का सूखापन आदि कुछ भी हो सकता है।
3. उम्रः-जैसे-जैसे महिला की उम्र बड़ती है उसके गर्भवती होने के सम्भावनाएँ कम होती जाती है। 35 की आयु की औरतों में बाँझपन की सम्भावना ज़्यादा होती है क्योंकि उनमें अंडो की संख्या कम होती है और बीमारियों का ख़तरा भी बड़ जाता है।
4. मोटापाः- मोटापा में आपके शरीर में फ़ैट बड़ती जाती है और आपकी सेहत ख़राब हो जाती है।इससे औरतों में माहवारी अनियमित हो जाती है इसके साथ ही PCOD का ख़तरा भी बढ़ जाता है। यह अंडो की गुणवता को भी कम कर देता है जिससे इन्फ़र्टिलिटी का ख़तरा बढ़ जाता है।
5. सेक्स से मन हटनाः- ऐसा नहीं है अगर आप का सेक्स में मन नहीं लग रहा तो इसका मतलब यह नहीं है आपको बाँझपन की समस्या है। कामेच्छा में कमी डिप्रेशन का कारण बनती है। जी स्ट्रेस और सेक्स के दौरान दर्द का कारण बनता है।
इन सब में अगर कोई भी परेशानी आ रही है तो डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें।