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अपने स्वास्थ्य लाभों के कारण जाने जाना वाला, सरसों का तेल हर भारतीय घर में उपलब्ध होता है। यह मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर है, जो हृदय रोग के विकास की संभावना को कम करने में मदद करता है। इसकी मेडिकल प्रॉपर्टीज के कारण, यह त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, इम्युनिटी को बढ़ावा देने और दर्द को दूर करने के लिए एक उपाय के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
यहां सरसों के तेल के पांच अद्भुत स्वास्थ्य लाभ हैं जो आपको अवश्य जानना चाहिए:
अस्थमा से राहत :
सरसों का तेल अस्थमा और साइनोसाइटिस के नेचुरल रेमेडी के रूप में जाना जाता है। अस्थमा से राहत के लिए, सरसों का तेल सबसे अच्छा इमरजेंसी घरेलू उपचार है। अस्थमा अटैक के दौरान सरसों के तेल की मसाज करने से फेफड़ों में हवा का प्रभाव बढ़ जाता है जिससे सांस लेने में आसानी हो जाती है ।
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त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:
सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटिफंगल गुण (Anti-fungal qualities) होते हैं जो त्वचा पर प्राकृतिक क्लींजर (cleanser) के रूप में काम करते हैं। यह मिनटों के भीतर त्वचा को साफ करने में मदद करता है। तेल बालों को जड़ तक पोषण देता है और बालों के ग्रोथ में हेल्प करता है।
खांसी और जुकाम से राहत:
सरसों के तेल के गर्म करने वाले गुण के कारण सर्दी और खांसी के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है जो कंजेस्शन को साफ करने में मदद करता है। सरसों का तेल रेस्पिरेटरी सिस्टम को गर्म करने में मदद करता है और कफ को साफ करता है।
पाचन में मदद करता है:
डाइट में सरसों के तेल का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। जब समय के साथ उपयोग किया जाता है, तो यह पाचन में सुधार करने में मदद करता है। सरसों का तेल लिवर और स्प्लीन को पाचन एंजाइमों (Enzymes)के बढ़े हुए स्तर का प्रोडक्शन करने में मदद कर सकता है, जिसकी वजह से यह पाचन प्रक्रिया को गति देता है।
कैंसर के खतरे को कम करता है:
सरसों का तेल पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। सरसों के तेल में मौजूद लिनोलेनिक एसिड मानव शरीर में ओमेगा -3 फैटी एसिड में परिवर्तित हो जाता है, जो पेट और कोलन के कैंसर को रोकने में मदद करता है।
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यहां सरसों के तेल के पांच अद्भुत स्वास्थ्य लाभ हैं जो आपको अवश्य जानना चाहिए:
अस्थमा से राहत :
सरसों का तेल अस्थमा और साइनोसाइटिस के नेचुरल रेमेडी के रूप में जाना जाता है। अस्थमा से राहत के लिए, सरसों का तेल सबसे अच्छा इमरजेंसी घरेलू उपचार है। अस्थमा अटैक के दौरान सरसों के तेल की मसाज करने से फेफड़ों में हवा का प्रभाव बढ़ जाता है जिससे सांस लेने में आसानी हो जाती है ।
सरसों के तेल के गर्म करने वाले गुण के कारण सर्दी और खांसी के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है जो कंजेस्शन को साफ करने में मदद करता है। सरसों का तेल रेस्पिरेटरी सिस्टम को गर्म करने में मदद करता है और कफ को साफ करता है।
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त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:
सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटिफंगल गुण (Anti-fungal qualities) होते हैं जो त्वचा पर प्राकृतिक क्लींजर (cleanser) के रूप में काम करते हैं। यह मिनटों के भीतर त्वचा को साफ करने में मदद करता है। तेल बालों को जड़ तक पोषण देता है और बालों के ग्रोथ में हेल्प करता है।
खांसी और जुकाम से राहत:
सरसों के तेल के गर्म करने वाले गुण के कारण सर्दी और खांसी के लिए एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है जो कंजेस्शन को साफ करने में मदद करता है। सरसों का तेल रेस्पिरेटरी सिस्टम को गर्म करने में मदद करता है और कफ को साफ करता है।
पाचन में मदद करता है:
डाइट में सरसों के तेल का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। जब समय के साथ उपयोग किया जाता है, तो यह पाचन में सुधार करने में मदद करता है। सरसों का तेल लिवर और स्प्लीन को पाचन एंजाइमों (Enzymes)के बढ़े हुए स्तर का प्रोडक्शन करने में मदद कर सकता है, जिसकी वजह से यह पाचन प्रक्रिया को गति देता है।
कैंसर के खतरे को कम करता है:
सरसों का तेल पेट के कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। सरसों के तेल में मौजूद लिनोलेनिक एसिड मानव शरीर में ओमेगा -3 फैटी एसिड में परिवर्तित हो जाता है, जो पेट और कोलन के कैंसर को रोकने में मदद करता है।
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