Five major problems faced by women in the family: जब बात महिलाओं की आती है तो हमारे मन में कई प्रकार के विचार आते हैं। हम उनके संघर्ष उनके दुखों के कारण पर विचार करने लगते हैं और उसके पीछे विचार करते हैं तो हमारे सामने कई बातें आती है आइए हम कुछ ऐसी ही परेशानी पर बात करते हैं। अगर हम परिवार और महिला की बात करें तो यह एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं लेकिन इसमें भी महिलाओं को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। जानते है कि महिलाओं को परिवार में सामना करने वाली परेशानियों के कौन से कारण हो सकते हैं। आपके सामने कुछ पाँच प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं।
परिवार में महिलाओं को होने वाली पाँच बड़ी प्रॉब्लम
1. परिवार में लैंगिक भेदभाव
आज के समय में कई फ़ैमिली में देखा गया है की महिलाओं को खुद के साथ भेदभाव का सामना करना पड़ता है। महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम एहमियत दी जाती है। सबसे बड़ा भेदभाव उनके साथ शिक्षा, रोजगार और स्वतंत्रता के मामले में होता है जो बिल्कुल ग़लत है।
2. महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा
आज के समय में महिलाओं को घरेलू हिंसा का सामना बड़ी संख्या में करना पड़ता है और यह सबसे बड़े अपराध का रूप भी बनता जा रहा है, इस तरह के हिंसा में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक उत्पीड़न मुख्य रूप से शामिल है। अक्सर ऐसे में मामले में हिंसा पति, ससुरालवालों या कभी-कभी अपने परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा भी होती है।
3. आर्थिक निर्भरता
अक्सर देखा जाता रहा है की कई स्तिथि में महिलाओं को आर्थिक रूप से पुरुषों पर निर्भर रहना पड़ता है। शादी के बाद नौकरी करने की अनुमति नहीं मिलना, आय के स्रोतों में हिस्सेदारी का ना मिलना, और पैसे से जुड़े मामले में भागीदारी का ना होना महिलाओं के आर्थिक स्थिति को कमजोर करता रहता है।
4. स्वास्थ्य और पोषण
घरों में चाहे वो उनका मायका हो या ससुराल हो महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण की उचित देखभाल नहीं की जाती है, और गर्भावस्था के समय भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होना देखभाल में कमी होना महिलाओं के स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है।
5. शिक्षा और जागरूकता में कमी
आज के समाज में परिवारों में महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने के मौके ना के बराबर मिलते हैं। शादी के बाद महिलाओं को घर के काम करने के लिए समझ लिया जाता है जबकि यह उनके शिक्षा के अधिकार जैसे मौलिक अधिकार का हनन जैसा है।
इन समस्याओं के समाधान के लिए समाज में जागरूकता फैलाना, शिक्षा का प्रचार-प्रसार करना, महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, और कानूनों को सख्ती से लागू करना आवश्यक है।