Five Strong Women In Indian Wrestling: भारतीय कुश्ती में कई धाकड़ महिला पहलवान हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। इन महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती को न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। बल्कि उन्होंने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित भी किया है। उनकी सफलता और संघर्ष की कहानियां खेल के प्रति लगाव और समर्पण की मिसाल हैं। उनकी मेहनत और कौशल ने उन्हें एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है, और उनके योगदान ने भारतीय कुश्ती को एक नई पहचान दी है।
भारतीय Wrestling में धाकड़ पांच महिलाएं
1. गीता फोगाट
गीता फोगाट भारतीय कुश्ती में एक प्रमुख नाम हैं और उन्होंने इस खेल को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है। गीता फोगाट, जिनकी पहचान उनके प्रभावशाली कुश्ती कौशल के लिए है, ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। हरियाणा से आने वाली गीता फोगाट भारत की पहली महिला पहलवान हैं जिन्होंने ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया और 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। कई युवाओं को प्रेरित किया है। उनकी कहानी इस बात की पुष्टि करती है कि कठिन परिश्रम और लगन से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
2. बबीता फोगाट
बबीता फोगाट भी भारतीय कुश्ती में एक प्रमुख नाम हैं और उन्होंने खेल की दुनिया में अपनी जगह बनाई है। गीता फोगाट की बहन, बबीता ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं और भारतीय कुश्ती को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में कई बार पदक जीते हैं, जिनमें 2014 के गोल्ड मेडल भी शामिल हैं। बबीता और गीता की कहानी पर आधारित फिल्म 'दंगल' ने उन्हें और भी प्रसिद्धि दिलाई। इस फिल्म में उनके जीवन के संघर्ष और सफलता की कहानी को बहुत ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
3. विनेश फोगाट
विनेश फोगाट ने 2016 रियो ओलंपिक्स में अपनी शानदार शुरुआत की थी, लेकिन एक चोट के कारण उन्हें प्रतियोगिता से बाहर होना पड़ा। फिर भी, उनके प्रदर्शन ने उन्हें भविष्य के लिए एक संभावनाशील खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया। विनेश फोगाट गीता और बबीता की चचेरी बहन हैं। उन्होंने एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का नाम रोशन किया है।
4. साक्षी मलिक
साक्षी मलिक ने 2016 के रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारतीय कुश्ती में इतिहास रचा। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। साक्षी मलिक की उपलब्धियाँ केवल खेल तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने कई सामाजिक अभियानों में भी भाग लिया है और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है। उनकी कहानी कठिनाईयों के बावजूद सफलता की मिसाल है।
5. अंशु मलिक
अंशु मलिक एक उभरती हुई स्टार हैं, जिन्होंने 2021 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता और वह इस प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली तीसरी भारतीय महिला पहलवान बनीं। अंशु मलिक की उपलब्धियाँ युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भारतीय कुश्ती का एक चमकदार सितारा बना दिया है और भविष्य में और भी सफलताओं की उम्मीद है। इन महिला पहलवानों ने न केवल कुश्ती में शानदार प्रदर्शन किया है, बल्कि भारत में महिलाओं के खेल में भी नई ऊंचाइयां छुई हैं।