भारत में हर किसी को आजादी मिली है अपने तरीके से रहने की, अपना खुद का पार्टनर चुनने की, क्या खाना है, कौन सा धर्म अपनाना है, शादी करना है या नहीं करना है, रिलेशन में रहना है या नहीं रहना है। फिर भी जब हमारे समाज में महिला सिंगल रहने के बारे में सोचती है तो बहुत से लोग उस पर हावी हो जाते हैं और कई प्रश्नों और टिप्पणियों का बोझ उस पर डाल देते हैं।
किस तरह के प्रश्न का सामना करना पड़ता है सिंगल महिलाओं को
एक सिंगल महिला या एक सिंगल लड़की से हमारा समाज अधिकतर कई प्रश्न और टिप्पणी करता है उन पर जैसे कि तुम सिंगल क्यों हो? क्या तुमको लाइफ में सेटल नहीं होना है? तुमको कोई लड़का नहीं मिल रहा? तुमको बच्चे नहीं चाहिए? क्या तुम बच्चे पैदा नहीं कर सकतीं? यह पक्का अंदर से बहुत डिप्रेस होगी! यह ऊपर से अपने आप को खुश खुश दिखाती है मगर अंदर से बहुत फ्रस्ट्रेटेड होगी! और पक्का यह हमसे कुछ ना कुछ छुपा रही होगी! और भी ऐसे कई प्रश्न है जो कि समाज एक सिंगल महिला से पूछता है और आपको जानकर हैरानी होगी कि इनमें से बहुत सी महिलाएं ही है, जो महिलाओं से ऐसे प्रश्न करते हैं।
भारत की महिलाओं में बहुत सी महिलाएं सिंगल रहना पसंद करती हैं क्योंकि वह सिंगल बहुत खुश हैं। स्टेटिस्टिक्स बताते हैं कि 72 मिलियन महिलाएं भारत में सिंगल हैं। आपको बता दें कि यह इतनी बड़ी पॉपुलेशन है कि कुछ देश की पूरी संख्या भी नहीं है।
क्या इतनी तादाद की सिंगल महिला को सोसायटी एक्सेप्ट करने को तैयार हो?
इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए हमने एक सर्वे किया हमने सिंगल महिलाओं से पूछा कि आपको क्या परेशानी का सामना करना पड़ता है एक सिंगल विमेन होने के नाते। इस पर जब उन्होंने बताया कि किस टाइप की परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो यह सुनकर आप भी हंसने लगेंगे, आइए देखते हैं कौन सी हैं वह परेशानियां।
FAQ from single women-
1. हम रेंट पर उन्हें अपना घर नहीं देंगे
यह एक ऐसा वाक्य है जो हर एक सिंगल महिला को सुनना पड़ता है जब वह घर ढूंढने जाती है। अरे भाई, आप क्यों नहीं दोगे एक सिंगल महिला को घर! वह कोई क्रिमिनल है क्या?
2. एडॉप्शन सेंटर में नहीं मिलती कोई जगह
जब एक सिंगल महिला एडॉप्शन सेंटर में एक बच्चे को अनलॉक करने के लिए जाती है तो वहां पर उसको साफ साफ मना कर दिया जाता है। उसको मना करने का कारण यह बताया जाता है कि वह अपना रिश्ता, अपने जीवन को तो संभाल नहीं पा रही है एक बच्चे को क्या संभालेंगे।
3. आखिर कितनों के साथ संबंध था
जब भी एक सिंगल महिला गायनेकोलॉजिस्ट के पास अपनी किसी भी समस्या को दिखाने जाती है तो वहां पर उसे स्लट शेमिंग किया जाता है, और कहा जाता है कि पता नहीं कितनों के साथ रही होगी जो यह सब समस्या हो रही है ऐसे।
4. बच्चे के पिता कहां हैं
जब भी कोई एक सिंगल महिला कहीं बाहर जाती है जैसे बच्चे के स्कूल जाए एडमिशन, या फिर अपने बच्चे को हॉस्पिटल में इलाज कराने, उससे यह चीज जरूर पूछी जाती है बच्चे के पिता कहां हैं। अकेले तुम यह सब कैसे कर रही हो? बच्चे के पिता को होना अनिवार्य है।
अंत में, मैं इतना ही कहना चाहूंगी, हर किसी को हक है, अपने तरीके से रहने का तो यदि एक महिला ने सिंगल रहना तय किया है तो उसे सिंगल रहने दो और उससे उसके अधिकारों को मत छीनो।