डिजिटल वूमन अवार्ड्स 2024 में एंटो फिलिप ने युवाओं के वर्तमान परिदृश्य पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे आज की पीढ़ी अधिक प्रयोगशील हो गई है और युवा उद्यमिता के क्षेत्र में अधिक समावेशी अवसर बना रहे हैं।
Anto Philip: सर्टिफिकेट्स से आगे खुद को तलाश सकते हैं Gen Z
महिला उद्यमिता और अर्थव्यवस्था पर चर्चा
हैदराबाद में आयोजित SheThePeople’s डिजिटल वूमन अवार्ड्स 2024 में 'वुमन एंटरप्रेन्योरशिप एंड द इकोनॉमी' पैनल ने महिला उद्यमिता के बदलते पहलुओं पर चर्चा की। इस पैनल में एंटो फिलिप के साथ सुहैला खान (कंट्री प्रोग्राम मैनेजर, UN Women), पूर्णिमा कट्याल (संस्थापक, थर्ड रोस्ट), और डेज़ी तनवानी (CEO और संस्थापक, पिंकले) शामिल थीं।
युवाओं की शक्ति पर विश्वास
एंटो फिलिप, जो Under 25 Universe के संस्थापक हैं, ने अपनी यात्रा के बारे में बात की और बताया कि उन्होंने केवल 18 साल की उम्र में अपने उद्यम की शुरुआत की। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा,
“मैं वह छात्र था जो हर गतिविधि में भाग लेता था। चाहे वह डिबेट हो, म्यूज़िक बैंड हो, या कोई और कार्यक्रम। मुझे कक्षा के बाहर सीखने और काम करने में अधिक मजा आता था। मैंने महसूस किया कि असली सीख केवल किताबों में नहीं, बल्कि कक्षा के बाहर होती है।”
उन्होंने भारत में युवाओं की शक्ति पर जोर देते हुए कहा,
“हम एक ऐसे देश से आते हैं जहां 50% आबादी युवा है। मैंने महसूस किया कि युवाओं के लिए कुछ ऐसा बनाना चाहिए जो केवल अकादमिक नहीं बल्कि सामुदायिक विकास के लिए हो। युवा होना एक कोर्स या डिग्री नहीं, बल्कि जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण है।”
सर्टिफिकेट्स से आगे की सोच
फिलिप ने वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर अपनी राय साझा करते हुए कहा,
“मैं यह नहीं कह रहा हूं कि शिक्षा प्रणाली खराब है। लेकिन आज की दुनिया में सफलता के लिए जिन स्किल्स की जरूरत है, वे केवल किताबों से नहीं आतीं। ये स्किल्स लोगों के साथ रिश्ते बनाने और कक्षा के बाहर सीखने से आती हैं।”
उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने माता-पिता से अपनी रुचियों का समर्थन करने की बात कही।
“मैंने अपने माता-पिता से कहा, 'मैं सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर या चार्टर्ड अकाउंटेंट नहीं बनना चाहता। मैं वह छात्र बनना चाहता हूं जो मार्क्स कार्ड से परे जाकर अपनी पहचान बनाए।’”
उद्यमिता की नई परिभाषा
जब उनसे पूछा गया कि आज की युवा पीढ़ी उद्यमिता में अधिक समावेशी अवसर कैसे बना रही है, तो उन्होंने कहा,
“आज के युवाओं के पास अवसरों की कोई कमी नहीं है। आज कंटेंट क्रिएशन भी एक तरह की उद्यमिता है। एक आइडिया होना, उसे लागू करना, और खुद की जिंदगी का स्वामित्व लेना ही असली उद्यमिता है। Gen Z अब खुद को सर्टिफिकेट्स और डिग्रियों से परे तलाश रही है। यही बदलाव की शुरुआत है।”
बदलते समय के साथ बदलती सोच
फिलिप ने यह भी कहा कि पहले के मुकाबले अब युवा अपने जीवन को अलग नजरिए से देख रहे हैं।
“आज के युवा खुद को पारंपरिक भूमिकाओं और जिम्मेदारियों से अलग देखने की हिम्मत रखते हैं। अनुभव और नौकरियां जरूर महत्वपूर्ण हैं, लेकिन आत्म-जागरूकता और अपनी पसंद को जानना भी उतना ही जरूरी है।”
डिजिटल वूमन अवार्ड्स का उद्देश्य
डिजिटल वूमन अवार्ड्स 2024 का उद्देश्य केवल महिलाओं को सम्मानित करना नहीं, बल्कि युवा उद्यमियों और समाज में बदलाव लाने वाले विचारकों को प्रेरित करना है।