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Myths: लड़कियों को एक्सरसाइज से जुड़ी अफवाहों पर नहीं करना चाहिए यकीन

अभी के समय में एक्सरसाइज हमारे जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है। हमारे समाज ने एक्सरसाइज और फिटनेस को लेकर भी बहुत सारी उपाय और मिथक दिए हैं।

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Sneha yadav
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Girls should not believe in these excercise myths

( Image credit: pinterest)

Girls Shouldn't Believe These Exercise Myths: फिटनेस कौन नहीं चाहता पर एक फिट जीवन शैली के लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी और महत्वपूर्ण होता है। एक्सरसाइज हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को स्वस्थ रखने में अपना पूर्ण योगदान देता है। अभी के समय में एक्सरसाइज हमारे जीवन शैली का हिस्सा बन चुका है। समाज ने एक्सरसाइज और फिटनेस को लेकर भी बहुत सारी उपाय और मिथक दिए हैं। फिटनेस और एक्सरसाइज से जुड़ी कई गलतफहमियां, खासकर महिलाओं और लड़कियों के बारे में मिथक अभी के  समय में फैलते जा रहे हैं जिसके कारण लड़कियां एक्सरसाइज करने से संकोच करती है। तो आईए जानते हैं लड़कियों को एक्सरसाइज से जुड़ी इन अफवाहों पर नहीं करना चाहिए यकीन।

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लड़कियों को एक्सरसाइज से जुड़ी 5 अफवाहों पर नहीं करना चाहिए यकीन

1. वेट लिफ्टिंग से मांसपेशियां बड़ी और भारी हो जाएंगी

बहुत सारी ऐसी महिलाएं होती है मुझे यह सोचती है कि वेट लिफ्टिंग करने से उनकी मांसपेशियां बड़ी और मर्दों जैसी हो जाएंगे। उन्हें यह जानना जरूरी है कि महिलाओं में पुरुष के तुलना में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन बहुत कम होता है जिसके कारण मांसपेशियां की ग्रोथ में काफी समय लगता है। एक्सरसाइज करने से शरीर में मौजूद फैट भी काम होता है। वेटलिफ्टिंग करने से शरीर में ताकत और स्टेमिना बढ़ता है।

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2. कार्डियो ही वजन घटाने का एकमात्र तरीका है

कई लोगों का मानना है कि वजन को घटाने के लिए कार्डियो जैसे दौड़ना, साइकिलिंग और एरोबिक्स करना चाहिए जिसकी वजह से शरीर में मौजूद फैट कम होता है। जबकि असल बात यह है कि कार्डियो एक्सरसाइज शरीर के गैलरी को बंद करने का काम करता है। यह वजन घटाने का एकमात्र तरीका नहीं है। संतुलित फिटनेस रूटीन जिसमें कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग दोनों शामिल हो, वजन घटाने और फिटनेस को बेहतर तरीके से प्रोत्साहित करता है।

3. पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए

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बहुत सी ऐसी लड़कियां है जीने लगता है कि पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करने से उनके सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसीलिए अक्सर महिलाएं पीरियड्स के दौरान पूरा आराम करती है। पीरियड्स के दौरान हल्की या मध्यम एक्सरसाइज जैसे योग, स्ट्रेचिंग, वॉकिंग,या हल्का कार्डियो करने से कई फायदे हो सकते हैं। यह दर्द, ऐंठन और मूड स्विंग्स को कम कर सकता है। पर एक बहुत भारी एक्सरसाइज करने से शरीर में तनाव बढ़ सकता है, 

4. एक्सरसाइज करने से महिलाओं में हॉर्मोनल असंतुलन हो जाता है

समाज के कुछ लोगों का मानना है कि अगर हम एक्सरसाइज करते हैं तो महिलाओं में हार्मोन असंतुलन हो सकता है, इसके कारण अनियमित पीरियड और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। सही मात्रा में और संतुलित एक्सरसाइज से महिलाओं के हार्मोनल स्वास्थ्य में सुधार होता है। हमें यह समझना जरूरी है कि एक सामान्य और नियमित एक्सरसाइज रूटीन से केवल लाभ ही होता है।

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5. खाली पेट एक्सरसाइज करने से वजन जल्दी घटता है

बहुत से लोगों का मान्य है कि खाली पेट एक्सरसाइज करने से फैट  काम होता है और वजन में भी गिरावट देखने को मिलती है। खाली पेट एक्सरसाइज करने से शरीर को आवश्यक ऊर्जा नहीं मिलती और इससे थकान, चक्कर आना, और मांसपेशियों में कमजोरी हो सकती है। इसके बजाय,हल्का स्नैक जैसे केला, योगर्ट, या ओट्स खाने से एनर्जी मिलेगी और एक्सरसाइज बेहतर ढंग से किया जा सकेगी। 

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