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#GirlTalk SheThePeople का एडवाइस कॉलम है। अगर आपके पास सवाल है तो उसे हमें girltalk@shethepeople.tv पर भेजें - यदि आप चाहे तो यह बे-नाम (anonymous) भी हो सकता है। आपको उस परेशानी से डोर करने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाएं इसमें सलाह देती हैं और अपने खुद के एक्सपीरियंस भी बताती हैं।
किसी को बेहतर तरीके से जानने का प्रोसेस एक्ससिटिंग और स्ट्रेस्फुल, दोनों एक साथ हो सकता है। आप अपने सबसे ऑथेंटिक रूप को दिखने की कोशिश कर रहे हैं, उम्मीद करते हैं की दूसरा व्यक्ति भी ऐसा कर रहा हो। पहली डेट बहुत स्ट्रेस्फुल हो सकती है इसलिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, ये सोचना बहुत जायज़ है।
फेमिनिज्म का मतलब सभी जेंडर की इक्वलिटी में विश्वास रखना है। इक्वलिटी में विश्वास रखना कोई ऐसी बुरी बात नहीं जिसे आपको छुपाना पड़े या जिसके लिए आपको माफ़ी मांगनी पड़े। बल्कि फेमिनिस्ट होने की वजह से कई लोग आपको पसंद भी कर सकते हैं क्यूंकि सभी जेंडर को एक्वाली ट्रीट करना एक बहुत अच्छी क्वालिटी है ।
बात करने के लिए कोई एक कॉमन टॉपिक चुने
शुरुआत करने के लिए आप किताबों के बारे बात कर सकती हैं, फ़ूड या म्यूजिक के बारे में भी बात कर सकती हैं। लाइफ एक्सपेरिएंसेस के बारे में बात करना भी बहुत अच्छी कन्वर्सेशन ला सकता है। ऐसी बहुत सारी चीज़ें होती हैं जिनके बारे में आप बात कर सकते हैं, और वो आपको कम्फर्टेबल भी बना सकती हैं। ऐसे बहुत लोग हैं जिनकी फेमिनिज्म की सोच उनके पार्टनर्स ने बदली है क्योंकि वे ऑनेस्ट कन्वर्सेशन का हिस्सा बने और अपनी बात खुल के एक दूसरे को बताई। अगर वो बिल भरने पर जोर देता है, और आप उसे काफी पसंद भी करती हैं, तो उसे बिल देते टाइम बोल्डइन की अगली बार बिल आप भरेंगी (दूसरी डेट फिक्स करने का एक शानदार तरीका!)।
अगर patriarchy के बारे में डिस्कशन है, तो उसके बारे में भी बात करें। आपको अपने विचार छिपाने की ज़रूरत नहीं है। बस यह सुनिश्चित करें कि आप दूसरे व्यक्ति को question पूछने या डिसअग्रीमेंट ज़ाहिर करने के लिए स्पेस दे रही हैं।
और पढ़िए : मैं अपने फेमिनिस्ट बॉयफ्रेंड से ये 6 उम्मीदें रखती हूँ
आपको इस बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि आप अपनी पहली डेट पे फेमिनिस्ट रहे या नहीं। क्योंकि आप एक फेमिनिस्ट हैं। यह एक अच्छी चीज है। और पहली डेट पे इसे साफ साफ ना बताना इसे बदल नहीं देगा।
किसी को बेहतर तरीके से जानने का प्रोसेस एक्ससिटिंग और स्ट्रेस्फुल, दोनों एक साथ हो सकता है। आप अपने सबसे ऑथेंटिक रूप को दिखने की कोशिश कर रहे हैं, उम्मीद करते हैं की दूसरा व्यक्ति भी ऐसा कर रहा हो। पहली डेट बहुत स्ट्रेस्फुल हो सकती है इसलिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, ये सोचना बहुत जायज़ है।
पहली डेट पर्सन तो पर्सन डिपेन्ड करती है, इसका कोई एक फार्मूला नहीं होता। कोई ज़्यादा इमोशनल हो सकता है तो कोई कम।
फेमिनिज्म का मतलब सभी जेंडर की इक्वलिटी में विश्वास रखना है। इक्वलिटी में विश्वास रखना कोई ऐसी बुरी बात नहीं जिसे आपको छुपाना पड़े या जिसके लिए आपको माफ़ी मांगनी पड़े। बल्कि फेमिनिस्ट होने की वजह से कई लोग आपको पसंद भी कर सकते हैं क्यूंकि सभी जेंडर को एक्वाली ट्रीट करना एक बहुत अच्छी क्वालिटी है ।
बात करने के लिए कोई एक कॉमन टॉपिक चुने
शुरुआत करने के लिए आप किताबों के बारे बात कर सकती हैं, फ़ूड या म्यूजिक के बारे में भी बात कर सकती हैं। लाइफ एक्सपेरिएंसेस के बारे में बात करना भी बहुत अच्छी कन्वर्सेशन ला सकता है। ऐसी बहुत सारी चीज़ें होती हैं जिनके बारे में आप बात कर सकते हैं, और वो आपको कम्फर्टेबल भी बना सकती हैं। ऐसे बहुत लोग हैं जिनकी फेमिनिज्म की सोच उनके पार्टनर्स ने बदली है क्योंकि वे ऑनेस्ट कन्वर्सेशन का हिस्सा बने और अपनी बात खुल के एक दूसरे को बताई। अगर वो बिल भरने पर जोर देता है, और आप उसे काफी पसंद भी करती हैं, तो उसे बिल देते टाइम बोल्डइन की अगली बार बिल आप भरेंगी (दूसरी डेट फिक्स करने का एक शानदार तरीका!)।
अगर patriarchy के बारे में डिस्कशन है, तो उसके बारे में भी बात करें। आपको अपने विचार छिपाने की ज़रूरत नहीं है। बस यह सुनिश्चित करें कि आप दूसरे व्यक्ति को question पूछने या डिसअग्रीमेंट ज़ाहिर करने के लिए स्पेस दे रही हैं।
और पढ़िए : मैं अपने फेमिनिस्ट बॉयफ्रेंड से ये 6 उम्मीदें रखती हूँ
आपको इस बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है कि आप अपनी पहली डेट पे फेमिनिस्ट रहे या नहीं। क्योंकि आप एक फेमिनिस्ट हैं। यह एक अच्छी चीज है। और पहली डेट पे इसे साफ साफ ना बताना इसे बदल नहीं देगा।