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Photograph: (File Image )
Gender discrimination एक ऐसा मुद्दा जो समाज मे फैली अचेतना और दोहरी दृष्टि को स्पष्ट करता हैं। जो समाज जागरूक और महिलाओं के प्रति समान नजरिए की बात तो करता हैं पर आज भी पारंपरिक रुढ़िवादी विचारधारा में मड़ी हुई पित्रसत्तामक सोच को अपने निर्णयों और कार्यों के जरिए पुख्ता करता दिख जाता हैं। Gender discrimination घर से शुरू होकर समाज के हर क्षेत्र और हर रूप में महिलाओं और यहाँ तक कि third gender का भी पीछा नहीं छोड़ता, उन्हें शिक्षा, आर्थिक, सामाजिक और व्यावहारिक हर पक्ष में उन्हें भेदभाव और असुरक्षित कोने में डाल देता है, जहां सिर्फ अंधेरा और निराशा ही उनके हाथ लगती हैं। Gender discrimination के खिलाफ नया कदम उठाने के लिए आवाज उठाना ही नहीं उसे एक सही रणनीति और रचनात्मक तरीके की आवश्यकता हैं।
कैसे महिलाएं Gender discrimination के खिलाफ नया कदम उठाएं?
महिलाओं द्वारा Gender discrimination के खिलाफ उठाएं जा सकने वाले कदम:
1. सांस्कृतिक प्रतीकों को पुनर्पाठ करें
त्योहारों, लोकगीतों, देवी कथाओं मे निहित शक्ति को नई परिभाषा देना। जैसे दुर्गा माँ को सिर्फ पूजनीय नहीं, बल्कि न्याय की प्रतीक के रूप मे प्रस्तुत कर सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनाना। नारी शक्ति को सिर्फ सहनशीलता नहीं, बल्कि निर्णय लेने की क्षमता के रूप मे बताना और वर्तमान मे हों रहें हर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाना और निर्णय लेने के लिए प्रेरित होना, और सभी महिलाओं और भेदभाव सह रहे वर्ग को अपनी सहभागिता के लिए प्रेरित करना।
2. Local स्तर पर संवाद शुरू करना
महिलाएं अपने स्थानीय स्तर पर जैसे ग्रामीण महिलाएं चौपाल, स्कूल, आगंबड़ी में इस मुद्दे को उठाएं और किशिरियों और महिलाओं को हो रहे भेदभाव के प्रति जागरूक करना और उनके उसके बदलाव के लिए प्रेरित करने वाली महान लेखिकाओं, राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ताओ के कार्य से अवगत कराना। उन्हें महान क्रांतिकारी महिलाओ की कहानी और जीवनी सुनाना। बदलाव के लिए अभियान चलाने के लिए तैयार करना भी एक अच्छा कदम हैं।
3. कानूनी और दस्तावेजी साक्षरता बढ़ाएं
महिलाओं को POSH Act, घरेलू हिंसा अधिनियम और Equal Remuneration Act जैसे कानूनों की जानकारी लेना और साथी-सहेलियों को उसके लिए प्रेरित करना। सरकार द्वारा जारी योजनाओं और schemes से यदि उन्हें फायदा हो और बाकी जरूरी कामों के लिए फॉर्म भरना और शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया को आसान भाषा मे समझाना और उसके लिए जागरूक बनना और बनाना आवश्यक हैं।
4. Creative Writing और मीडिया का प्रयोग करना
कविता, नाटक, पोस्टर, फिल्म और वीडियो के जरिए gender discrimination को उनके सामने लाना और कहीं प्लेटफॉर्म पर जमीनी हकीकत से रूबरू कराते हुए आवाज उठाना।
5. Financial Independence को बढ़ावा दें
महिलाएं स्वयं स्थानीय उत्पादों, कौशल प्रशिक्षण, और self-help groups मे जुड़ना और बाकी महिलाओं को भी इनसे जोड़ना। पंचायत और अंगनबाड़ी से जुड़कर किशोरियों और महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता के लिए नई योजनाओ और नीतियों की जानकारी देना और सामाजिक सोच और ढर्रे से उठकर नई ऊर्जा को अपनाना।
6. पुरुष सहयोगियों को शामिल करना
महिला कहीं न कहीं पुरुष से कभी पिता, भाई, शिक्षक जैसे रूपों में सहयोग और मार्गदर्शन लेती ही हैं, लेकिन जब महिला उन्हें अपने साथ और अपने अभियान से जोड़ेगी तो चेतना का विकास दोतरफा होगा जो masculinity को नए मॉडल से प्रस्तुत करेगा- जहां सम्मान और समानता होगीं।