How is Ganesh Chaturthi Celebrated in Different States of India: गणेश चतुर्थी, विनायक जयंती, गणेशोत्सव, आदि नामों से जाने वाला ये विशेष त्यौहार सम्पूर्ण भारत में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है। यह ज्ञान और बुद्धि के देवता श्री गणेश के जयंती के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। 11 दिवसीय यह त्यौहार घरों, मोहल्लों मे गणेश की की मूर्ति स्थापना से लेकर उनके विसर्जन तक मनाया जाता है। इन दिनों आपको हर गली में थोड़ी दूर पर ही भगवान गणेश जी का पंडाल सजा मिलेगा और वहाँ भजन, स्वादिष्ट व्यंजन और भक्तों का समूह अपने अपने सांस्कृतिक तरीकों से यह पर्व मानते दिखेंगे।
जानें कैसे विभिन्न राज्यों में अलग अलग तरीकें से गणेश चतुर्थी मनाई जाती है
महाराष्ट्र
गणपती बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया की गूंज पूरे मुंबई में सुनाई देती है और इन शहरों में बड़ी-बड़ी गणेश प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं, जिनकी ऊँचाई कई बार 20-25 फीट तक होती है। भक्तजन इन प्रतिमाओं की स्थापना अपने घरों, मंडलों और सार्वजनिक स्थलों पर करते हैं और दस दिनों तक विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
कर्नाटक
कर्नाटक में गणेश चतुर्थी को 'विनायक चतुर्थी' के नाम से जाना जाता है। यहाँ भी भगवान गणेश की प्रतिमाएँ स्थापित की जाती हैं, लेकिन यहाँ की एक विशेष परंपरा है जिसमें मिट्टी की छोटी-छोटी प्रतिमाएँ बनाई जाती हैं। इन प्रतिमाओं को पूजा के बाद एक पवित्र जलाशय में विसर्जित किया जाता है।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में गणेश चतुर्थी को ‘पिल्लयार चतुर्थी’ कहा जाता है। इस दिन घरों में ताजा मिट्टी की मूर्तियाँ बनाई जाती हैं और उन्हें कुंभ के ऊपर स्थापित किया जाता है। यहाँ पर एक विशेष मिठाई, ‘कोझुकट्टई’ बनाई जाती है जो भगवान गणेश को भोग के रूप में अर्पित की जाती है।
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में गणेश चतुर्थी को बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। यहाँ के लोग बड़े-बड़े मंडलों में गणेश प्रतिमाएँ स्थापित करते हैं। विशेषकर हैदराबाद में, खैरताबाद गणेश मंडल की विशाल प्रतिमा देशभर में प्रसिद्ध है।
गुजरात
गुजरात में गणेश चतुर्थी का त्योहार ‘गणेश महोत्सव’ के रूप में मनाया जाता है। यहाँ के लोग इस दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को अपने घरों में स्थापित करते हैं और दस दिनों तक पूजा-अर्चना करते हैं। विशेषकर अहमदाबाद और सूरत में बड़ी प्रतिमाएँ बनाई जाती हैं।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में गणेश चतुर्थी को वैसे तो बड़े पैमाने पर नहीं मनाया जाता, लेकिन यहाँ पर यह त्योहार विद्यार्थियों और बुद्धिजीवियों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है। यहाँ के स्कूलों और कॉलेजों में गणेश पूजा का आयोजन किया जाता है।
इस प्रकार, भारत के विभिन्न राज्यों में गणेश चतुर्थी को अलग-अलग तरीकों और परंपराओं के साथ मनाया जाता है, जो इस त्योहार की विविधता और समृद्धि को दर्शाती है।