How To Celebrate Karva Chauth: करवा चौथ इस व्रत को पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है इस बार 2024 में करवा चौथ गुरुवार यानी कि 20 अक्टूबर को पूरे देश में मनाया जाएगा इस दिन सुहागने अपने पति की दीर्घायु के लिए निर्जल व्रत रखती हैं, उनकी लंबी उम्र की कामना करतीं हैं, यह व्रत कहीं ना कहीं पति और पत्नी के आपसी प्रेम को बढ़ाता है, पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम को पूजा अर्चना करने के बाद चांद निकलते ही छलनी में चांद और पति को देखकर यह व्रत खोलती हैं, ऐसे में जो महिलाएं पहली बार इस व्रत को रख रहे हैं उनके मन में कई सवाल होते हैं कि कैसे इस व्रत को रखा जाए क्या विधि है और क्या नियम हैं, आइए जानते हैं।
कैसे मनाएं करवा चौथ
1. सुबह उठकर सरगी खाना
सरगी एक प्रथा है जो करवा चौथ वाले दिन सुबह सास अपनी बहू को शगुन के तौर पर देती है, इसमें गहने कपड़े और कुछ मीठा खाने का होता है, यह अक्सर पंजाब में चलता है कई जगहों पर यह प्रचलन नहीं भी है, तो सुबह उठकर कुछ मीठा खाने की प्रथा है, जिसमें आप दूध या कुछ मीठा मिठाई वगैरह खा सकते हैं जिससे आप सारा दिन एनर्जेटिक भी रह सकते हैं, तो इस व्रत का सबसे पहला नियम सरगी है।
2. मेंहदी और आलता लगाना
इस दिन सुहाग ने पूरे हाथ भर के मेहंदी लगाती है, आलता लागाती हैं सोलह श्रृंगार करती है सुबह से शाम तक तैयारी में ही लगी रहती है, अलग अलग तरह के श्रृंगार की सामग्रियां इकट्ठा करतीं हैं।
3. श्याम पूजा को विधि लगाना
श्याम होते ही महिलाएं पूजा की विधि लगाना शुरू कर देती है, देवी मां को चढ़ाने के लिए कुछ पकवान बनाए जाते हैं जो महिलाएं खुद बनाती हैं।
4. झांकी लगाना
पूजा की सारी विधि लगाने के बाद महिलाएं झांकी लगाती हैं जिसमें करवा माता की कथा सहित एक तस्वीर लगाई जाती है 2 करवा रखे जाते हैं एक करवे में पानी एक करवे में चावल भरा जाता है, चावल वाला करवा अन्न धान्य का प्रतीक होता है और जिस करवे में पानी रखा जाता है उसे पानी से चंद्र देव को अब दिया जाता है।
5. चांद की और पति की पूजा करना
चांद निकलने के बाद चंद्रमा को अर्ग देकर छलनी में चंद्रमा की परछाई देखने के बाद पति को उसी छलनी में देखा जाता है और पति के हाथों जल पिया जाता है उसके बाद कुछ मीठा खाया जाता है और इसी के साथ यह व्रत पूर्ण होता है इसके बाद पत्नी भोजन कर सकती है।