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ब्लैक फंगस से सुरक्षित - कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने लगातार कई लोगों की जान लें ली है। वहीं कई लोग इसे अभी भी जूझ रहें हैं। लोग कोरोना के आने वाले तीसरे लहर के कारण भी काफी चिंतित हैं। सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि यह संक्रमण अलग-अलग रूप ले कर लोगों के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर नुकसान पहुंचा रहा है। साथ ही इसके कारण कई तरह के इंफेक्शन हो रहे हैं जैसे कि ब्लैक, येलो, व्हाइट फंगस। सभी संक्रमण से ज्यादा खतरनाक ब्लैक फंगस है, जिसके कारण माता पिता अपने बच्चों के लिए चिंतित हैं।
ब्लैक फंगस अलग तरह का फंगल इंफेक्शन है जो फिलहाल गंभीर कोविड-19 मरीजों में देखने को मिल रहा है। यह बीमारी डायबिटीज और इम्युनोकॉम्प्रोमाइज्ड व्यक्ति के लिए ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। ब्लैक फंगस ज्यादातर सिंससेस, दिमाग और फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह शरीर की अलग हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
हांलांकि बड़ों के मुकाबले बच्चों को इससे कम खतरा है। लेकिन हाल की रिपोर्टों में बच्चों में म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस के संक्रमण के मामले पाए गए हैं।
कुछ भी चीज छूने से पहले बच्चों को हाथ साफ या सैनिटाइजर का उपयोग करवाएं। सबसे जरूरी कदम है कि बच्चों को इस महामारी के बारे में ज्यादा जानकारी दें ताकि वह खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश करें।
उनसे हाइजीन और सारी प्रिकॉशन फॉलो करवाएं। उन्हें ज्यादा से ज्यादा घर में रखे बाहर निकलने ना दें और घर पर भी अभी लोगों को ना बुलाएं। याद रखें कि आपके बच्चे बाहर जाने से पहले मार्क्स पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
ब्लैक फंगस से सुरक्षित
क्या ब्लैक फंगस बच्चों को प्रभावित करता है
ब्लैक फंगस अलग तरह का फंगल इंफेक्शन है जो फिलहाल गंभीर कोविड-19 मरीजों में देखने को मिल रहा है। यह बीमारी डायबिटीज और इम्युनोकॉम्प्रोमाइज्ड व्यक्ति के लिए ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। ब्लैक फंगस ज्यादातर सिंससेस, दिमाग और फेफड़ों को प्रभावित करता है। यह शरीर की अलग हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है।
हांलांकि बड़ों के मुकाबले बच्चों को इससे कम खतरा है। लेकिन हाल की रिपोर्टों में बच्चों में म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस के संक्रमण के मामले पाए गए हैं।
ब्लैक फंगस के लक्षण
- सिर में दर्द और माथे में सूजन हो जाना
- फेस के हिस्से में सूजन होना
- आंखों में धुंधलापन होना
- सांस लेने में दिक्कत आना
- चेहरे पर या अन्य शहर के हिस्सों पर काले धब्बे पड़ना
कैसे रखे बच्चे को इसे सुरक्षित ?
कुछ भी चीज छूने से पहले बच्चों को हाथ साफ या सैनिटाइजर का उपयोग करवाएं। सबसे जरूरी कदम है कि बच्चों को इस महामारी के बारे में ज्यादा जानकारी दें ताकि वह खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश करें।
उनसे हाइजीन और सारी प्रिकॉशन फॉलो करवाएं। उन्हें ज्यादा से ज्यादा घर में रखे बाहर निकलने ना दें और घर पर भी अभी लोगों को ना बुलाएं। याद रखें कि आपके बच्चे बाहर जाने से पहले मार्क्स पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
ब्लैक फंगस से सुरक्षित