How to reduce laziness in youth?: आज कल के समय में युवाओं में सबसे ज्यादा बड़ी समस्य आलस की हैं। आलस आपको प्रोडक्टिव नहीं होने देता हैं। युवाओं में आलस का सबसे बड़ा कारण मोबाइल फोन, अनियमित दिनचर्या और बन गया हैं। आलस एक ऐसी समस्या बन चुकी है जो युवाओं के मानसिक, शारीरिक और पर्सनैलिटी पर नेगेटिव प्रभाव डालता है। ना ही उनका मन किसी काम में लगता हैं और न ही पढ़ाई में। आलस को हराना एक बहुत बड़ी चुनौती है युवाओं के लिए जब तक वो इसको हरा न दे तब तक निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। अगर हम आलस को हरा पायेंगे तो हम अपने जीवन में आगे बढ़ने और सपने को पूरा करने में सफल होंगे। इसके लिए हमे यह जानना जरूरी है की आलस को खत्म कैसे करे तो चलिए जानते है इसके कुछ उपाय –
युवाओं में आलस को कम करने के 5 उपाय–
1.टाइम मैनेजमेंट
समय का मैनेजमेंट करना लोगों के लिए बहुत ही जरूरी है। सभी चीज को अपने एक निर्धारित समय पर करना हमें प्रोडक्टिव बनता है। अगर हम कोई कार्य कर रहे हैं या पढ़ाई कर रहे हैं। तो उसके लिए हमें ब्रेक लेना भी जरूरी है। जैसे कि अगर हम 25 मिनट तक पढ़ाई कर रहे हैं तो 5 मिनट का ब्रेक ले। इससे फ्रेश हो जायेगा और फिर से हम अपना ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित कर पाए गए।
2. एक्सरसाइज करें
बड़ती जनरेशन के साथ युवाओं में आलस आना कोई आम बात नहीं है। अगर हम एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएंगे तो उससे हमारा लाइफ में बैलेंस आएगा । रोजाना एक्सरसाइज के लिए टाइम निकालना बहुत आवश्यक है इससे हमारी बॉडी एक्टिव बनती है। साथ ही हमें पौष्टिक आहार लेना चाहिए। जिसकी वजह से हमारे अंदर एक पॉजिटिव एनर्जी आती है और जो आलस में खत्म करने का काम करती है।
3. सोशल मीडिया
जैसे कि हम जानते हैं आजकल के युवाओं में आलस का सबसे बड़ा कारण है मोबाइल फोन। हम दिन भर मीडिया पर लगे रहते हैं और अपने जरूरी काम को पेंडिंग ही छोड़ देते हैं। सोशल मीडिया हमारे मन को डिस्टर्ब कर देता है और अपना कार्य करने में हम असमर्थ हो जाते हैं। हमें खाली समय या फिर ब्रेक के समय ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए। कार्य के लिए सोशल मीडिया से दूर रहे हैं क्योंकि यह आपको कार्य करने में बाधा डाल सकती है।
4. छोटी सफलता
जिंदगी में हम कभी-कभी बड़ा मुकाम हासिल करें में लगे रहते हैं और छोटी सफलता को इग्नोर कर देते हैं। अगर हम कोई छोटी सफलता भी हासिल कर रहे हैं। उसको एक पॉजिटिव वे में लेकर उसको सेलिब्रेट करना चाहिए। इसकी वजह से हमारे अंदर काम करने की क्षमता बढ़ेगी और आलस भी नहीं आएगा। हमें उससे बढ़कर भी कुछ और करने की प्रेरणा मिलेगी। इसकी वजह से हम हमेशा मोटिवेट रहेंगे।
5. पंक्चुअलिटी
अपने काम को लेकर पंक्चुअल रहे। अगर आपने काम में पंक्चुअल रहेंगे तो हमारी लाइफ एक्टिव बनेगी। समय को सही जगह इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। अगर हम कोई काम कर रहे हैं और उस काम को करने में हमें आलस आ रहा है तो मन में यह बैठा ले कि वह काम हमें अभी ही करना है। खुद से संवाद करें और मन को समझाए की "आप यह कर सकते है" l खुद को मोटिवेट करना हमें आलस से दूर करता है।