If You Want To Be Happy, Say Goodbye To These Habits: खुश रहना हर किसी की चाहत होती है। लेकिन खुश रहना इतना आसान भी नहीं है। इसके लिए हमें कुछ आदतों को बदलने की जरूरत पड़ती है। इन आदतों को बदलना आसान नहीं है, लेकिन अगर हम इन्हें बदलने का प्रयास करते हैं, तो हम खुश रहना शुरू कर सकते हैं। खुश रहना एक चुनाव है क्योंकि हम खुश रह सकते हैं या दुखी रह सकते हैं, यह तो हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम किस तरह से जीना चाहते हैं। अगर हम खुश रहना चाहते हैं, तो हमें इन आदतों को बदलने की जरूरत पड़ती है।
खुश रहना है तो इन आदतों को कहें अलविदा
1. तुलना करना
तुलना करना एक ऐसी आदत है जो हमें हमेशा दुखी और असंतुष्ट रखती है। हम हमेशा दूसरों से खुद की तुलना करते हैं और जब हम दूसरों से कम होते हैं, तो हमें लगता है कि हम बुरे हैं। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि हर कोई अलग है और हमारी अपनी अलग खूबियां हैं। हमें अपनी तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए। अगर हम तुलना करना छोड़ देते हैं, तो हम खुद को दूसरों से अलग करके देखने लगेंगे। हम अपनी खूबियों पर ध्यान केंद्रित करने लगेंगे और अपनी कमियों को नजरअंदाज करने लगेंगे। इससे हम खुद को बेहतर महसूस करने लगेंगे और खुश रहने लगेंगे।
2.नकारात्मक सोच
नकारात्मक सोच हमें हमेशा दुखी और निराश रखती है। जब हम नकारात्मक सोचते हैं, तो हम हमेशा बुरी चीजों के बारे में सोचते हैं और हमें लगता है कि हमारे साथ कुछ अच्छा नहीं होगा। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि नकारात्मक सोच हमारी वास्तविकता नहीं है। यह सिर्फ हमारी सोच है। अगर हम नकारात्मक सोच छोड़ देते हैं, तो हम सकारात्मक सोचने लगेंगे। हम हमेशा अच्छी चीजों के बारे में सोचेंगे और हमें लगेगा कि हमारे साथ कुछ अच्छा होगा। इससे हम खुद को बेहतर महसूस करने लगेंगे और खुश रहने लगेंगे।
3.शिकायत करना
शिकायत करना एक ऐसी आदत है जो हमें हमेशा नाखुश रखती है। हम हमेशा दूसरों या परिस्थितियों के बारे में शिकायत करते रहते हैं। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि शिकायत करने से कुछ नहीं होता है। इससे सिर्फ हमें गुस्सा और निराशा होती है। अगर हम शिकायत करना छोड़ देते हैं, तो हम सकारात्मक सोचने लगेंगे। हम हमेशा अच्छी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने लगेंगे और हमें लगेगा कि हमारे जीवन में बहुत कुछ अच्छा है। इससे हम खुद को बेहतर महसूस करने लगेंगे और खुश रहने लगेंगे।
4.दूसरों को दोष देना
दूसरों को दोष देना एक ऐसी आदत है जो हमें हमेशा गुस्सा और नफरत से भर देती है। हम हमेशा दूसरों को अपनी गलतियों के लिए दोष देते हैं। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि हर कोई गलती करता है। अगर हम दूसरों को दोष देना छोड़ देते हैं, तो हम खुद को बेहतर महसूस करने लगेंगे। हम अपनी गलतियों से सीखने लगेंगे और दूसरों को माफ करने लगेंगे। इससे हम खुद को खुश रहने लगेंगे।
5. नियंत्रण करना
नियंत्रण करना एक ऐसी आदत है जो हमें हमेशा तनाव और चिंता में रखती है। हम हमेशा सब कुछ नियंत्रण में रखना चाहते हैं। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि हम सब कुछ नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। अगर हम नियंत्रण की चाह छोड़ देते हैं, तो हम वर्तमान में जीने लगेंगे। हम जीवन की अनिश्चितता को स्वीकार करने लगेंगे। इससे हम खुद को बेहतर महसूस करने लगेंगे और खुश रहने लगेंगे।
इन आदतों को बदलना आसान नहीं है, लेकिन अगर हम इन्हें बदलने का प्रयास करते हैं, तो हम खुश रहना शुरू कर सकते हैं। खुश रहना एक चुनाव है और हमें यह चुनाव करना चाहिए।