Advertisment

IIT कानपुर की विचित्र विदाई परंपरा: लड़कों की शादी लड़कों से

जानिए IIT कानपुर के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए आयोजित एक अनोखी विदाई परंपरा "हॉल 1 की बारात" के बारे में, जिसमें लड़के मज़ाक में शादी करते हैं। यह परंपरा समलैंगिकता को सामान्य बनाने और लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ने का एक अनोखा तरीका है।

author-image
Vaishali Garg
New Update
IIT Kanpur Quirky Farewell Tradition

Image Credit: Insta/Shruti/Indiatimes

Boys Will Be Grooms: The Quirky Tradition at IIT Kanpur: विदाई पार्टियां हमेशा मजेदार होती हैं। इनमें नाच, गाना, खाना और शादियां शामिल होती हैं। रुको... शादियां? विदाई का हिस्सा शादियां कैसे हो सकती हैं? वैसे, यही सवाल हमारे मन में भी आया था जब हम IIT कानपुर की अनोखी विदाई परंपरा के बारे में जान रहे थे।  

Advertisment

IIT कानपुर की विचित्र विदाई परंपरा: लड़कों की शादी लड़कों से

यह परंपरा किसने शुरू की, ये तो कोई नहीं जानता, लेकिन आज भी ये चली आ रही है। जानते हैं ये परंपरा क्या है? सीनियर यूजी हॉस्टल के दो अंतिम वर्ष के लड़के हर रस्म के साथ एक-दूसरे से शादी करते हैं। पर आश्चर्यचकित होने से पहले बता दें कि ये सिर्फ अंतिम वर्ष के छात्रों को यादगार विदाई देने के लिए एक नकली विवाह है।

मस्ती के साथ सामाजिक संदेश 

Advertisment

"सांसों में तुम, आहों में तुम; हर रात बाहों में तुम; मेरे लिए खोना भी तुम पाना भी तुम।"

ऊपर लिखी रोमांटिक शायरी निश्चित रूप से हमारा दिल पिघला देती है। लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि एक लड़का ये लाइनें दूसरे लड़के से कह रहा है? जहाँ समलैंगिकता को अभी भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया गया है, वहीं IIT कानपुर के लड़के इसे एक मजेदार और विचित्र तरीके से, सामान्य बना रहे हैं। ऊपर लिखी लाइनें उसी लड़के द्वारा कही गईं जो एक मॉक विवाह में, दूसरे लड़के से शादी कर रहा है।

नकली शादी की परंपरा 

Advertisment

इस mock wedding को 'हॉल 1 की बारात' विदाई परंपरा के नाम से जाना जाता है। इसे अंतिम वर्ष के छात्रों द्वारा कई वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। परंपरा के अनुसार, दूल्हे और दुल्हन का चुनाव चुनाव के माध्यम से किया जाता है। फिर, बारात, मेहंदी, हल्दी और शादी जैसे सभी रीति-रिवाजों के साथ एक शाही शादी का आयोजन किया जाता है।

दुल्हन को हॉस्टल की लड़कियां तैयार करती हैं। दूल्हा अपनी बारात के साथ हॉल 1 आता है और शादी बास्केटबॉल ग्राउंड में होती है। लड़के और लड़कियां कुर्ता या साड़ी पहनते हैं। साड़ी पहने लड़कों के खुलेआम नाचने में कोई साइनेस या शर्म नहीं होती है। ये अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए कॉलेज से निकलते समय यादगार विदाई बनाने के लिए बहुत सारे डांस, संगीत और मौज-मस्ती से भरा हुआ जश्न होता है।

शादी में फिल्मी ट्विस्ट 

Advertisment

और ये बात नहीं है। इस नकली विवाह में भी एक mock twist होता है। एक मसाला जो शादी को बॉलीवुड के सीन जैसा बना देता है। आप जानते हैं कि ऐसा क्या होता है? 

दुल्हन का प्रेमी अपने गिरोह के साथ शादी में आता है। इसमें एक mock लड़ाई भी होती है। जो लड़ाई जीतता है, वही दुल्हन से शादी करता है।

IIT कानपुर की वेबसाइट इस परंपरा को मान्यता देती है और उसकी सराहना करती है। उनका कहना है कि ये परंपरा जाति, नस्ल, धर्म या लिंग के आधार पर भेदभाव न करने वाली संस्कृति को दर्शाती है। 

Advertisment

अगर आप IIT कानपुर से हैं, तो अपना अनुभव ज़रूर शेयर करें। यदि नहीं, तो क्या आप 'हॉल 1 की बारात' का हिस्सा बनना चाहेंगे? अपना जवाब देने से पहले, समलैंगिकता को सामान्य बनाने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के इस अनोखे तरीके पर गौर करें। 

Grooms Boys Will Be Grooms IIT Kanpur IIT
Advertisment