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इंटरनेशनल शूटर अंजुम मोदगिल: अंजुम मोदगिल को तो आप सब जानते ही होंगें, जी हां वही अंजुम जिन्होने इतिहास रचते हुए ओलंपिक इवेंट आइएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में सिल्वर मेडल जीतकर देश के लिए पहला ओलंपिक कोटा हासिल किया था। अंजुम ने आइएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर राइफल प्रतिस्पर्धा में सिल्वर मेडल जीत, इस इवेंट में कोटा हासिल करने वाली वह देश की पहली भारतीय महिला शूटर बनी थी। आइये जानते हैं इंटरनेशनल शूटर अंजुम मोदगिल की ज़िंदगी से जुड़े इन बातों को।
1. अंजुम का जन्म 5 जनवरी, 1994 को चंडीगढ़ में हुआ। उन्होनें अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ के DAV कॉलेज से पूरी की।
2. अंजुम ने शूटिंगबाज़ी तभी से शुरू कर दी थी जब वो 7वीं क्लास में थी। पहले उन्हें पिस्टल से ट्रेनिंग दी जाती थी लेकिन बाद में अंजुम की अच्छी प्रेक्टिस को देखकर उन्हें रायफल से शूटिंग की ट्रेनिंग दी जाने लगी थी।
3. अंजुम को एक NCC Cadet की तरह ट्रेनिंग दी जाती थी और उनके ट्रेनर NCC यूनिट के कमांडर कर्नल चौहान थे।
4.2010 में वो इंडियन शूटिंग टीम की मेंबर बन गई।
5.अंजुम ने 10 इंटरनेशनल कॉम्पीटिशन्स में भाग लिया जिसमें से वो 7 इंटरनेशनल मेडल्स अपने नाम कर चुकी है।
6.अपने 50 साल के करियर में वो 50 नेशनल मेडल्स जीत चुकी है।
7.सितम्बर 2014 में, स्पेन में आयोजित 51वां वर्ल्ड शूटिंग चैम्पियनशिप में अंजुम भारत का चेहरा बनी थी।
8.अंजुम शूटर होने के साथ-साथ एक आर्टिस्ट और पेंटर भी है। उनके कई आर्टवर्क चंडीगढ़ के बड़े-बड़े शूटर्स क्लब में दिखाएं गए है।
9.अंजुम अपने इंस्टाग्राम के ज़रिए अपना आर्टवर्क बेचती भी है। जिन्हें वो जानती है या अपने दोस्तों को वो फ्री में भी एर गिफ्ट की तरह दे देती है।
10.गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर अंजुम बतातीं हैं कि उनकी मां शुभ मोदगिल की लगन और तपस्या का ही फल है कि आज वह इस मुकाम पर हैं। नारी शक्ति सशक्तिकरण का उदाहरण पेश करते हुए अंजुम मोदिगल का नाम देश की टॉप महिला शूटर में शामिल हैं। इंटरनेशनल शूटर अंजुम मोदगिल
जानिए इंटरनेशनल शूटर अंजुम मोदगिल से जुड़ी ये 10 बातें (International shooter anjum moudgil)
1. अंजुम का जन्म 5 जनवरी, 1994 को चंडीगढ़ में हुआ। उन्होनें अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ के DAV कॉलेज से पूरी की।
2. अंजुम ने शूटिंगबाज़ी तभी से शुरू कर दी थी जब वो 7वीं क्लास में थी। पहले उन्हें पिस्टल से ट्रेनिंग दी जाती थी लेकिन बाद में अंजुम की अच्छी प्रेक्टिस को देखकर उन्हें रायफल से शूटिंग की ट्रेनिंग दी जाने लगी थी।
3. अंजुम को एक NCC Cadet की तरह ट्रेनिंग दी जाती थी और उनके ट्रेनर NCC यूनिट के कमांडर कर्नल चौहान थे।
4.2010 में वो इंडियन शूटिंग टीम की मेंबर बन गई।
5.अंजुम ने 10 इंटरनेशनल कॉम्पीटिशन्स में भाग लिया जिसमें से वो 7 इंटरनेशनल मेडल्स अपने नाम कर चुकी है।
6.अपने 50 साल के करियर में वो 50 नेशनल मेडल्स जीत चुकी है।
7.सितम्बर 2014 में, स्पेन में आयोजित 51वां वर्ल्ड शूटिंग चैम्पियनशिप में अंजुम भारत का चेहरा बनी थी।
8.अंजुम शूटर होने के साथ-साथ एक आर्टिस्ट और पेंटर भी है। उनके कई आर्टवर्क चंडीगढ़ के बड़े-बड़े शूटर्स क्लब में दिखाएं गए है।
9.अंजुम अपने इंस्टाग्राम के ज़रिए अपना आर्टवर्क बेचती भी है। जिन्हें वो जानती है या अपने दोस्तों को वो फ्री में भी एर गिफ्ट की तरह दे देती है।
10.गोल्डन गर्ल के नाम से मशहूर अंजुम बतातीं हैं कि उनकी मां शुभ मोदगिल की लगन और तपस्या का ही फल है कि आज वह इस मुकाम पर हैं। नारी शक्ति सशक्तिकरण का उदाहरण पेश करते हुए अंजुम मोदिगल का नाम देश की टॉप महिला शूटर में शामिल हैं। इंटरनेशनल शूटर अंजुम मोदगिल