हमारा समाज पुरुष प्रधान समाज है जिसमें पुरुषों को ज्यादा पावर दी जाती है। उन्हें महिलाओं और बच्चों के ऊपर हुकुम चलाने का जैसे अधिकार ही मिल जाता है। पुरुषों को यहां हर काम को करने की आजादी दी जाती है। लेकिन महिलाओं को दबाया जाता है। उनके कामों में रोकटोक की जाती है और उन पर निगरानी भी रखी जाती है।
महिलाओं को उनके पिता और पति अपनी संपत्ति समझकर उनके साथ प्रतिकूल व्यवहार करते हैं। समाज में महिलाओं को नीचा दर्जा देते हुए उनके कामों की आलोचना की जाती है। अगर वह बाहर कमाने जाती हैं तो समाज के लोग उन पर गलत और गंदे आरोप लगाते हैं। उनकी इज्जत और कैरेक्टर पर सवाल उठाते हैं।
महिलाओं से यह उम्मीद की जाती है कि उनका पति उनके साथ किसी भी तरह का व्यवहार करें या मारपीट करें तो वह चुप रहें। उन्हें पति को परमेश्वर मानकर उसे पूजने के लिए मजबूर किया जाता है। महिलाओं का डाइवोर्स लेना एक शर्म की बात मानी जाती है।
अगर पति अपनी पत्नी को तलाक दे देता है तो इसका कसूरवार महिलाओं को ही ठहराया जाता है। लेकिन जब एक महिला अपने पति को डायवोर्स देती है तो समाज में उसका मजाक बनाते हैं और उसे बुरी नजरों से देखते है। महिलाओं को डायवोर्स के बाद इस तरह से ट्रीट करते हैं जैसे उन्होंने कोई गुनाह कर दिया हो।
क्या डायवोर्स के बाद महिलाएं बुरी हो जाती हैं?
यह इस पुरुष प्रधान समाज की गंदी सोच है जो महिलाओं के डायवोर्स लेने को गलत मानती है। महिलाएं डाइवोर्स लेती है क्योंकि वह अपने रिश्ते में खुश नहीं है। जो अपनी जिंदगी के प्रति प्यार और जागरूकता का प्रदर्शन करता है। महिलाओं का डाइवोर्स लेना बिल्कुल जायज है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। ऐसा करने से महिलाएं गलत या बुरी नही हो जाती हैं।
ऐसी हजारों महिलाएं हैं जो सिंगल पेरेंट हैं। सिंगल पेरेंट होना कोई गलत बात नहीं है लेकिन एक गलत रिश्ते में होना शायद हो सकती है। लोग अक्सर सिंगल पेरेंट महिला सेल्फिश और बुरा कहते हैं। लेकिन यह गलत नहीं है। महिलाओं के अंदर वह पोटेंशियल है जिससे वह अकेले भी सब कुछ संभाल सकती हैं।
महिलाओं का काम करना इस समाज की आंखों में खटकता है। डायवोर्स के बाद जब महिलाएं काम करने जाती हैं तो ऑफिस में उनके बारे में तरह तरह की बातें होती हैं। लेकिन यह स्वाभाविक है क्योंकि अभी उन्हें इस चीज की आदत नहीं। लेकिन महिलाओं को अपने बारे में सोचना चाहिए और इन सब बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। अगर आप रिश्ते से नाखुश हैं और डायवोर्स लेना चाहते हैं तो बिल्कुल ना घबराए। जाकर अपने वकील से बात करें।