Is it true that lack of parental support forces teenagers to run away from home: टीनएज जीवन का एक ऐसा समय होता है, जब बच्चे फ्रीडम की तलाश में होते हैं, और अक्सर ऐसा होता है कि वे अपने घरों से भाग जाते हैं। क्या यह सच है कि माता पिता के सहयोग की कमी के वजह से टीनएजर्स को घर से भागना पड़ता है? यह एक गंभीर चर्चा का विषय है। पहले, हमें यह समझना आवश्यक है कि नौजवान क्यों अपने घर से भाग सकते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि परिवारिक संबंधों में टूट, यौन शोषण (Sexual Exploitation) , शिक्षा या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, और संघर्ष।
नौजवान बच्चो के घर से भागने के क्या कारण हैं?
पहली बात यह है कि माता-पिता का सहयोग बच्चों के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। अगर बच्चों को घर में समर्थन और प्यार की कमी महसूस होती है, तो वे अकेलापन और असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। ऐसे माहौल में, वे अक्सर घर से भाग जाते हैं ताकि वे स्वतंत्र महसूस कर सकें।
दूसरी बात, कुछ बच्चे अपने घरों से इसलिए भागते हैं क्योंकि उन्हें समर्थन और सहारे की कमी महसूस होने लगती है। अक्सर हर घर में ऐसा होता है कि बच्चो की बढ़ती उम्र देखकर माता पिता उनके साथ थोड़ी सख्ती से बर्ताव करते हैं। इस कारण बच्चों और माता पिता में थोड़ी दूरी बन जाती है। ऐसे मामलों में, बच्चे अक्सर समाज में सहारा और समर्थन ढूढने लगते हैं, जिससे वे अपनी समस्याओं का समाधान कर सकें।
तीसरा कारण है, यौन शोषण (Sexual Exploitation) या हैरेसमेंट जैसी समस्याएं। हमारे समाज में अभी भी लगभग हर घर में बच्चे यौन शोषण का शिकार होते हैं। बच्चों को समझ नहीं होती इसलिए वह अपना बचाव नहीं कर पाते और डर की वजह से ना ही किसी से कुछ कह पाते हैं। अगर किसी नौजवान को यह महसूस होता है कि वह अपने घर में सुरक्षित नहीं है या फिर उसका अपमान हो रहा है, तो वे घर से भाग सकते हैं।
चौथा कारण है, शिक्षा या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं। अगर किसी नौजवान को उचित शिक्षा का अभाव हो या उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सहारा नहीं मिलता है, तो वे घर छोड़ सकते हैं ताकि वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें। अक्सर कई नौजवान अपना भविष्य बनाने के लिए अपने घर को छोड़ देते हैं।