Periods Myths: पीरियड्स, या मासिक धर्म, एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है जो हर स्वस्थ महिला के शरीर में होती है। इस दौरान कई तरह के बदलाव शरीर में होते हैं, जिनके कारण कई मिथक भी बन गए हैं। इन्हीं में से एक मिथक है - पीरियड्स के दौरान बाल धोना नहीं चाहिए। आइए जानते हैं इस मिथक के पीछे का सच क्या है।
पीरियड्स के दौरान बाल धोने से क्या होता है?
पीरियड्स के दौरान बाल धोने से जुड़े मिथक
पहले के समय में, महिलाओं के स्वास्थ्य और सामाजिक मान्यताओं को ध्यान में रखकर कई नियम बनाए गए थे। इनमें से एक नियम था पीरियड्स के दौरान बाल न धोना। पीछे यह तर्क दिया जाता था कि इससे ठंड लग सकती है या शरीर में असंतुलन पैदा हो सकता है।
विज्ञान क्या कहता है?
आज के वैज्ञानिक दौर में इस मिथक का कोई आधार नहीं पाया गया है। दरअसल, पीरियड्स के दौरान बाल धोने का गर्भाशय (यूटरस) से कोई संबंध नहीं है। नहाने या बाल धोने से शरीर के तापमान में होने वाला बदलाव भी बहुत मामूली होता है।
हालाँकि, यह सच है कि पीरियड्स के दौरान शरीर थोड़ा अधिक संवेदनशील होता है। इसलिए ठंडे पानी से नहाने से बचना चाहिए। गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना ज्यादा आरामदायक होगा।
हर शरीर अलग प्रतिक्रिया करता है
यह याद रखना जरूरी है कि हर महिला का शरीर अलग होता है। कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बाल धोने से कोई परेशानी नहीं होती, जबकि कुछ महिलाओं को ठंड लग सकती है। अगर आपको ठंड लगने का अनुभव होता है, तो पीरियड्स के दौरान बाल धोने से बचना ही बेहतर है।
पीरियड्स के दौरान स्वच्छता जरूरी
पीरियड्स के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नियमित रूप से नहाना, साफ कपड़े पहनना और अपने हाथों को बार-बार धोना जरूरी होता है।
अगर आपको पीरियड्स के दौरान असामान्य या बहुत अधिक दर्द होता है, या किसी तरह की परेशानी महसूस होती है, तो डॉक्टर से सलाह लेने में संकोच न करें।