Self Respect: आजकल एक नई एवं अहम दिक्कत सामने आ रही है कि हम अपने डिसीजंस(decisions) एवं पर्सपेक्टिव्स को अपने आसपास के लोगों से प्रभावित होकर बदल लेते हैं एवं खुद को इतनी इंपॉर्टेंस नहीं देते। यह दिक्कत अक्सर ऐसे स्थान भारती की जाती है जहां दूसरा व्यक्ति थोड़े ऊंचे पद चाहे वह एज या उसका महत्व हो। पर क्या यह चीज सही है? उत्तर है बिल्कुल नहीं यह बिल्कुल सही नहीं है कि हम अपने लिए अपने डिसीजंस ना ले सके एवं किसी और के कहने पर अपने डिसीजंस को बदल ले। आइए जानते हैं ऐसे इश्यूज के बारे में इस ब्लॉग के माध्यम से
जरूरत से ज्यादा किसी से इन्फ्लुएंस होना सही नहीं
इन्फ्लुएंस(Influence) का साधारण अर्थ है कि हम किसी व्यक्ति या उसके पद से प्रभावित हो रहे हैं। इनफ्लुएंस एक अच्छी चीज है यदि वह किसी अच्छे व्यक्ति या वह किसी भी प्रकार से हमें बेहतर बनाने के लिए लाभदायक है। परंतु अक्सर यह देखा जाता है की हम गलत तरीके से इनफ्लुएंस हो जाते हैं एवं फिर उन डिसीजंस को बदल कर खुद को कोस रहे होते हैं। हमें इस बात को समझना होगा की हम अपने जीवन एवं उससे संबंधित डिसीजंस के लिए जिम्मेदार है दूसरों से इनफ्लुएंस हो कर लिए गए डिसीजंस अधिकतर केस इसमें गलत एवं हानिकारक ही होते हैं।
छिन जाती है हमसे हमारी फ्रीडम
हमारे जीवन में हम अपने पति या उनसे संबंधित लो या फिर अपने परिजनों से इनफ्लुएंस होकर अपने जीवन के कुछ अहम डिसीजंस को देते हैं। उन डिसीजंस में हमारी खुद की फ्रीडम हमारा करियर और ना जाने कितनी ही चीजें खो बैठते हैं। पेरेंट्स हमारी सुरक्षा के लिए ना चाहते हुए भी हमसे हमारी फ्रीडम ले लेते हैं तथा हमारे पति या बॉयफ्रेंड अपने जीवन को आसान बनाने के लिए या खुद के महत्व को बनाए रखने के लिए करियर को छोड़ने या हमारे पोटेंशियल से कम रहने के लिए हमें इनफ्लुएंस करते हैं ऐसे केसेस में हम खुद को बहुत ही हीन स्थिति में पाते हैं।
जीवन में रिग्रेट करने से बचें
अंत में हमें यह समझना होगा कि हम जब भी किसी से इनफ्लुएंस हो रहे हैं तो एक अच्छे अर्थ एवं हमारे लिए लाभदायक होना चाहिए। इनफ्लुएंस हमें हमारे जीवन में बढ़ने एवं अच्छा काम वह अपना ना ऊंचा करने के लिए मदद करना चाहिए ना कि हमारे ऊपर एक बंदिश बनकर। अंत में इनफ्लुएंस में आकर लिए गए डिसीजंस से हमें रिग्रेट(Regret) ही रहता है।