Karwa Chauth 2022: करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए निर्जला रखती हैं। इस दिन स्त्रियां पूरे सोलह श्रृंगार करके विधि - विधान से पूजा करती हैं। करवा चौथ की पूजा में भगवान शिव, गणेश जी, पार्वती जी और कार्तिकेय सहित नंदी जी की पूजा की जाती है। शास्त्रों में चंद्रमा को आयु, सुख और शांति का प्रतीक माना जाता है, मान्यता है कि चंद्रमा की पूजा से वैवाहिक जीवन सुखी होता है और पति की आयु लंबी होती है।
Karwa Chauth 2022: करवा चौथ व्रत कथा
एक बार की बात है, वीरवती नाम की एक सुंदर रानी थी जो सात प्यारे और देखभाल करने वाले भाइयों में इकलौती बहन थी। अपनी शादी के बाद, उन्होंने अपने भाई की पत्नियों और मां के बाद पहले करवा चौथ का व्रत रखा। उसके भाइयों ने रात में उसके साथ खाना खाने के लिए कहा, हालांकि, उसने चंद्रोदय से पहले कुछ भी खाने से इनकार कर दिया।
उसके भाई उससे बहुत प्यार करते थे और अपनी बहन को उपवास की कठोरता से खड़े होकर चाँद के उगने का बेसब्री से इंतजार करते नहीं देख पा रहे हैं। अपनी बहन की व्यथा को देखकर सातों भाई बहुत परेशान हुए और उसे धोखा देकर उसका उपवास समाप्त करने का फैसला किया।
तब भाइयों ने पीपल के पेड़ के पत्तों के माध्यम से आग की मदद से दर्पण जैसी छवि बनाई और अपनी बहन को व्रत तोड़ने के लिए कहा। वीरवती ने अपने भाई की पत्नियों से भी व्रत तोड़ने को कहा। परन्तु उन्होंने उस से कहा, तेरे भाई तुझे धोखा दे रहे हैं, चन्द्रमा अभी तक नहीं निकला।
लेकिन वीरवती ने अपनी भाभी की बात टाल दी। वीरवती ने इसे चंद्रोदय मानकर व्रत तोड़ा और भोजन किया। जैसे ही रानी ने खाना खाया, उन्हें खबर मिली कि उनके पति की मौत हो गई है। वह तुरंत अपने पति के पास गई और रास्ते में वह भगवान शिव और देवी पार्वती से मिली। उसने पूरी श्रद्धा के साथ कड़े अनुष्ठानों के तहत करवा चौथ की रस्में निभाईं और अपने पति को वापस जीवित कर दिया।
Karwa Chauth 2022: इस साल कब रखा जाए तो करवा चौथ का व्रत
हिन्दू पंचांग के अनुसार करवा चौथ का व्रत 13 अक्टूबर 2022 दिन रविवार को रखा जाएगा। ज्योतिषविदों के अनुसार चतुर्थी तिथि में चंद्रोदयव्यापिनी मुहूर्त 13 अक्टूबर को प्राप्त हो रहा है। इसलिए इस दिन ही करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा।