Vaginal Dryness:वजाइना वाल्स एक क्लियर फ्लूइड की पतली सी लेयर से लुब्रिकेटेड रहती हैं। हॉर्मोन एस्ट्रोजन उस फ्लूइड को संतुलित कर के रखती है और वजाइना की लाइनिंग को हेल्दी और इलास्टिक रखने में मदद करती हैं। लेकिन कभी कभी एस्ट्रोजन का लेवल गिरने से नमी काम हो जाती है। और आपको बता दें की एसा कभी भी और किसी भी उम्र की महिला को हो सकता है। इसे वजाइना ड्राइनस कहते हैं।
वजाइनल ड्राइनेस के कारण
कम एस्ट्रोजन का स्तर वजाइनल ड्राइनेस का मुख्य कारण है। एस्ट्रोजन एक हार्मोन है जो सामान्य वजाइनल स्नेहन, ऊतक लोच और अम्लता को बनाए रखते हुए वजाइना के ऊतकों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। वजाइनल ड्राइनेस के अन्य कारणों में कुछ चिकित्सीय स्थितियां या स्वच्छता प्रथाएं शामिल हैं जैसे ब्रेस्टफीडिंग, स्मोकिंग, डिप्रेशन, ज्यादा स्ट्रेस,खराब या कमज़ोर इम्यून सिस्टम आइए कुछ कारणों को डिप्ली समझते हैं इस ब्लॉग में।
- डचिंग और अन्य अड़चन
साबुन, डाई और परफ्यूम में मौजूद रसायन जलन और एलर्जी का कारण बनते हैं। अंडरवियर या तौलिये जैसी चीजों पर जलन हो सकती है। वजाइनल ड्राइनेस का एक अन्य कारण डूशिंग है।
- हार्मोनल परिवर्तन
मेनोपॉज के दौरान होने वाले एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में कमी वजाइनल ड्राइनेस का एक महत्वपूर्ण कारण है। एस्ट्रोजन में कमी तब भी हो सकती है जब महिलाएं पेरिमेनोपॉज़ का अनुभव कर रही हों और स्तनपान के दौरान या बच्चे के जन्म के बाद।
मेनोपॉज में वजाइनल ड्राइनेस
वजाइनल ड्राइनेस मेनोपॉज के लक्षणों में से एक है। मुख्य कारण एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट है जो बाद के साथ आता है। वजाइनल शोष और वजाइनल ड्राइनेस के परिणामस्वरूप संभोग के दौरान जलन, दर्द, खुजली और परेशानी हो सकती है और वजाइना में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वजाइनल ड्राइनेस मेनोपॉज के जेनिटोरिनरी सिंड्रोम का एक विशिष्ट संकेत है।
वजाइनल ड्राइनेस ट्रीटमेंट
- वजाइनल ड्राइनेस का मुख्य कारण शरीर में एस्ट्रोजन की कमी से होता है। ऐसे में डाइट में एस्ट्रोजन की मात्रा बढान से वजाइनल ड्राइनेस की समस्या खत्म हो सकती है।
- अक्सर कई प्रकार की दवाइयां लेने से वजाइना में लुब्रिकेशन की समस्या हो सकती है और ड्राइनेस का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप अपनी दवाइयों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से इसके वजाइनल इफेक्ट के बारे में जरूर बात कर लें।
- महिलाएं वजाइनल ड्राइनेस के इलाज के लिए लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल कर सकती हैं। ये लुब्रिकेंट्स मुख्य रूप से वाटर बेस्ड लुब्रिकेंट ही होने चाहिए।