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Lumpi Virus: गाय भैंस की खतरनाक वायरस से मौत, कई शहरों में फैली बीमारी

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Swati Bundela
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Lumpy Virus

देश में लंपी वायरस का कहर

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देश में गाय और भैंसों पर लंपी स्किन रोग का वायरस कहर बरस रहा है। कई राज्यों जैसे गुजरात, राजस्थान आदि मे लाखों की संख्या में पशुओं की मौत हो चुकी है। अबतक यह वायरस 17 राज्यो में फैल चुका है और एक प्रकार से महामारी का रूप ले चुका है। यह वायरस सबसे अधिक गायों के लिए घातक साबित हुआ है। ऐसे पशु जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, वे इस रोग की अधिक चपेट में आ रहे हैं। लंपी स्किन रोग एक संक्रामक रोग है और वायरस के कारण यह बहुत तेजी से फैल रहा है। इस वायरस का इलाज संभव है लेकिन कभी कभी स्थिति अधिक खराब होने पर जानवरों की मौत हो जाती है।

क्या है इसके लक्षण

जब एक पशु लंपी वायरस से ग्रषित होता है तो उनमे ये लक्षण दिखाई पड़ते है -

• वायरस के संक्रमण में आने के दो से तीन के भीतर पशुओं को बुखार की शिकायत होती है।

• इसके बढ़ उनके पुरे सरीर पर दाने निकलने लगते है जो घाव में बदल जाते है।

• लंपी वायरस से पीड़ित पशु की दूध देने की मात्रा कम हो जाती है।

• पीड़ित पशु के मुँह से हर समय लार टपकती रहती है और नाक बहती रहती है।

• अगर किसी गर्भवती गाय या भैंस को यह वायरस हो जाता है तो उनका मिसकैरेज तक हो जाता है।

कैसे करे बचाव

 लंपी वायरस का मोर्टेलिटी रेट एक से पांच तक प्रतिशत है। अधिकतर मामलो में यह दो से तीन हफ्ते के अंदर - अंदर ठीक हो जाता है लेकिन अधिक भयावह होने पर इससे मौत भी हो जाती है।

• जब एक पशु इस वायरस से ग्रसित हो जाए तो उसे अलग कर देना चाहिए। उस पशु का झूठा चारा या पानी भी किसी दूसरे पशु को नहीं देना चाहिए।

• यह वायरस मच्छर या खून चूसने वाले कीड़ो की वजह से एक पशु से दूसरे पशु में फैलता है इसलिए पशुओ को ऐसे कीड़ो से बचाये रखे।

• अगर किसी पशु की इस वायरस से मौत हो जाती है तो उसे जमीन में काफी गहराई में दफनाना चाहिए।

• पीड़ित पशु का लगभग 7 से 8 दिन तक एंटीबायोटिक देकर इलाज़ करना चाहिए।

• हाल ही में इस वायरस के लिए एक स्वदेशी वैक्सीन (Lumpi ProVacInd) भी बनाई गई है जिसे काफी कारगर माना जा रहा है।

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