Advertisment

Mamata Banerjee: बंगाल की दीदी के जन्मदिन पर उनकी जर्नी पर एक खास नज़र

ब्लॉग: राजनीति की धुरंधर, सादगी की मूरत, कलाकार का मन और जनता की धड़कन, ममता दीदी एक ऐसी शख्सियत हैं जो अपने अनोखे अंदाज से सबका दिल जीत लेती हैं। आज उनके जन्मदिन पर आइए उनके सफर की कुछ झलकियाँ देखें और उनकी सफलता के राज खोलें।

author-image
Vaishali Garg
New Update
 Mamata Banerjee(Twitter)

Image Credit: Twitter

Mamata Banerjee Birthday : 5 जनवरी का दिन पश्चिम बंगाल के लिए किसी त्योहार से कम नहीं होता, क्योंकि इसी दिन जननी ममता बनर्जी का जन्मदिन होता है। राजनीति की धुरंधर, सादगी की मूरत, कलाकार का मन और जनता की धड़कन, ममता दीदी एक ऐसी शख्सियत हैं जो अपने अनोखे अंदाज से सबका दिल जीत लेती हैं। आज उनके जन्मदिन पर आइए उनके सफर की कुछ झलकियाँ देखें और उनकी सफलता के राज खोलें।

Advertisment

बंगाल की दीदी के जन्मदिन पर उनकी जर्नी पर एक खास नज़र 

शुरुआती ज़िंदगी और राजनीति में कदम 

कोलकाता के एक साधारण परिवार में जन्मीं ममता दीदी ने बचपन से ही संघर्षों का सामना किया। 15 साल की उम्र में ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा और छात्रसंघ चुनाव से लेकर बंगाल विधानसभा तक का सफर बखूबी तय किया। उनके जोश और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए 1984 में वो लोकसभा की सबसे कम उम्र की सांसद बनीं। यह उनके राजनीतिक जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।

Advertisment

बाएं हाथ का जादू: तृणमूल कांग्रेस का उदय 

वर्ष 1998 में ममता दीदी ने वामपंथी गढ़ माने जाने वाले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की। उनके आंदोलनों और जनता से सीधे जुड़ाव ने पार्टी को तेजी गति से आगे बढ़ाया। 2011 में तृणमूल कांग्रेस ने 34 वर्षों के वामपंथी शासन को समाप्त कर पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता हासिल की। ममता दीदी बंगाल की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं, जिससे पूरे देश में उनका कद और बढ़ गया।

दीदी का कहर: विकास, सामाजिक कल्याण और कबड्डी 

Advertisment

मुख्यमंत्री के रूप में ममता दीदी ने विकास कार्यों पर बड़ा जोर दिया. शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और बुनियादी ढाँचे में सुधार उनके प्रमुख फोकस रहे. 'क्लोज्ड टू डोर, ओपन टू कॉरपोरेशन' का नारा देकर उन्होंने उद्योगों को आकर्षित किया और बंगाल के आर्थिक विकास को गति दी। सामाजिक कल्याण योजनाओं के जरिए उन्होंने महिलाओं, किसानों और कमजोर वर्गों का विशेष ध्यान रखा। कबड्डी को ओलंपिक खेल में शामिल कराने में उनकी अहम भूमिका भी सभी को याद है।

सादगी और सख्ती: दीदी का अनोखा अंदाज

ममता दीदी की सादगी और बेबाक अंदाज उनके सबसे बड़े आकर्षण हैं। साधारण साड़ी और सफेद चप्पल में वो जनता के बीच घुल-मिल जाती हैं। उनकी सख्ती और मातृत्वात्मक स्वभाव का यह अनोखा मेल ही उन्हें 'दीदी' बनाता है। वो हमेशा जनता की आवाज उठाती हैं और अधिकारियों को जवाबदेह बनाती हैं।

Advertisment

ममता बनर्जी का सफर संघर्ष और सफलता की कहानी है। आज वो देश की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में से एक हैं। उनकी उपलब्धियां युवाओं को प्रेरणा देती हैं, और उनकी सादगी जनता का दिल जीत लेती है। 

ममता बनर्जी Mamata Banerjee Birthday बंगाल की दीदी
Advertisment