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Sex Talks: मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ में होते हैं ये 5 बड़े बदलाव

हैल्थ: मेनोपॉज के बाद सेक्स में बदलाव का कारण यह भी है कि बुजुर्ग महिलाओं में सेक्स की इच्छाओं की कमी हो जाती है। लेकिन सेक्शुअल एक्टिविटी को अपने पार्टनर के साथ या खुद अपनाकर आप सेक्स संबंधी इच्छाओं को बढ़ा सकती हैं।

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Vaishali Garg
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Sex Talks

Menopause: वैसे कहने को तो हर चीज की उम्र होती है लेकिन दिल जवां हो तो उम्र भी ठम सी जाती है। लेकिन, जिस प्रकार जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, ठीक उसी तरह पुरुष हो या महिला दोनों में फिजिकली बदलाव भी आते हैं। सेक्स की बात करें, तो यह नॉर्मल है कि जो एहसास आप जवानी में महसूस करते हो, वैसा आप बुढ़ापे में न कर पाएं। इसका सबसे बड़ा कारण हमारा शरीर है, जो समय के साथ-साथ बदलता है। जवानी के समय हमारे शरीर के तमाम अंग और ग्लैंड ढंग से काम करते हैं, जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ने लगती है ठीक उसी तरह हमारे शरीर के अंग भी धीरे-धीरे काम करना बंद करने लगते हैं।

सेक्स की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होती, इसे हर उम्र के व्यक्ति कर सकते हैं। लेकिन अंतर बस इतना है कि शरीर में हुए बदलाव के कारण सेक्स लाइफ में कुछ बदलाव जरूर आते हैं। तो आइए इस आर्टिकल में हम मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ में होने वाले बदलाव के बारे में जानते हैं।

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मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ में होने वाले बदलाव

1. वजाइना पर पड़ता है असर लेकिन सेक्स करने में नही है कोई परेशानी

मेनोपॉज के बाद अगर आपने लंबे समय तक सेक्स नहीं किया है, तो आप इसे फिर से ट्राय कर सकती हैं। देखा गया है कि बुजुर्ग महिलाओं में लंबे समय के बाद सेक्स करने से मेनोपॉज के कारण वजाइना शार्ट होने के साथ सिकुड़ जाती हैं। इस कारण आप इंटरकोर्स के दौरान दर्द महसूस कर सकती हैं। मेनोपॉज के बाद अगर आपने लंबे समय तक सेक्स नहीं किया है या फिर आप सेक्स करने की सोच रही हैं, तो ऐसे में आपको डॉक्टरी सलाह लेने की जरूरत पड़ सकती है। एक्सपर्ट इस स्थिति में वजाइनल डिलेटर ( vaginal dilator) का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। यह एक तरह की मशीन होती है, इसकी मदद से वजाइनल टिशू को स्ट्रेच किया जाता है। ऐसा कर सेक्शुअल फंक्शन को फिर से अच्छे ढंग से काम करने में मदद मिलती है और आप सेक्स को एंजॉय कर सकतीं हैं।

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2. मेनोपॉज के बाद आते हैं इमोशनल बदलाव

मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ में बदलाव होता है। कोई भी महिला हो उसमें मेनोपॉज के बाद इमोशनल बदलाव आते ही हैं। वहीं वजाइना और वल्वा फिजिकल तौर पर भी बदल जाता है। मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन लेवल बदलता है, इसके कारण टिश्यू पतला होने के साथ स्किन की इलास्टिक कमजोर हो जाती है। वहीं वजायनल ड्रायनेस भी महिलाएं महसूस कर सकती हैं। मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ को यह तमाम बदलाव काफी प्रभावित करते हैं। लेकिन मेनोपॉज के बाद सेक्स लाइफ को एंजॉय करने के लिए आप अलग-अलग तरीकों के सेक्शुअल पोज को अपनाने के साथ ल्यूब्रिकेशन और वजाइनल मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल कर सेक्शुअल तौर पर एंजॉय कर सकती हैं।

3. सेक्स संबंधी इच्छाएं हो जाती हैं कम

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मेनोपॉज के बाद सेक्स में बदलाव का कारण यह भी है कि बुजुर्ग महिलाओं में सेक्स की इच्छाओं की कमी हो जाती है। लेकिन सेक्शुअल एक्टिविटी को अपने पार्टनर के साथ या खुद अपनाकर आप सेक्स संबंधी इच्छाओं को बढ़ा सकती हैं। वहीं इस बारे में डॉक्टरी सलाह भी ले सकती हैं।

4. मेनोपॉज के बाद सेक्स करने में दर्द

मेनोपॉज के बाद नियमित तौर पर सेक्स करने में अगर आपको सेक्स के दौरान दर्द महसूस हो रहा है, तो वैसी स्थिति में आप कुछ अन्य तरीकों को आजमाकर इस समस्या से निजात पा सकती हैं। इसके लिए आप इन प्रॉडक्ट का इस्तेमाल कर सकती हैं। जैसे-

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  • ल्यूब्रिकेशन
  • वजायनल मॉइश्चराइजर
  • फोरप्ले
  • अलग-अलग सेक्शुअल पुजिशन

ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टरी सलाह की जरूरत भी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कई बार सेक्स के दौरान दर्द इंफेक्शन व अन्य कारणों से भी हो सकता है। इस स्थिति में डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं।

5. सेक्शुअल टॉक की है जरूरत

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मेनोपॉज़ के बाद आपकी सेक्शुअल ज़रूरतें भी बदल जाती हैं। ज़रूरी नहीं कि आपको उत्तेजित करने के लिए आपके पार्टनर जो तरीका अब तक इस्तेमाल करते रहे हैं उससे आप अब भी उत्तेज‍ित महसूस करें। इसलिए सबसे अच्छी बात होगी सेक्स के बारे में बातें करना।

Menopause सेक्स
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