Newborn Baby: नवजात शिशु की देख भाल करना काफी कठिन काम होता है। यदि आप पहली बार मां बनी है, तो आपको यह पता ही होगा। आपकी मुश्किलें कम करने के लिए हम आपके साथ है। न्यू बॉर्न बेबी की त्वचा काफी मुलायम और नाजुक होती है। इस वजह से उन्हे काफी जल्दी रैशेज जैसी समस्या हो जाती है। आज हम आपको बताएंगे कि बच्चो की रैशेज जैसी समस्याओं से कैसे रक्षा करें।
How To Protect Newborn Baby From Rashes
1. डायपर(diaper) बदलने मे ना करें देर
यह बात अक्सर देखने को मिलती है, कि अपनी व्यस्तता के कारण हम बच्चे को एक ही डायपर मे रहने देते है। यह गलत है। बच्चे का डायपर हर 2 घंटे मे बदलते रहे। डायपर का गीलापन बच्चे को पसंद नहीं होता और वह रोता है। साथ ही साथ यूरिन(urine) से बच्चे को इन्फेक्शन और रैशेज(rashes) हो जाते है।
2. अच्छे से करें ड्रेसिंग(dressing)
बच्चे का डायपर बदलते समय हमेशा यह ध्यान मे रखे, कि उसके यौन अंगों को गर्म पानी और साफ कपड़े से साफ करें। इसके बाद पाउडर(powder) लगा कर दूसरा डायपर पहनाएं। ऐसा करने से बच्चे के यौन अंगों मे कभी भी इन्फेक्शन(infection) की समस्या नहीं होगी।
3. बच्चे के अंगो को ज्यादा ना रगड़ें
जैसा कि हम सब जानते है, कि हमारे शरीर के मुकाबले बच्चों का शरीर और त्वचा(skin) ज्यादा नाजुक होती है। बच्चे के शरीर को कभी भी कड़े हंथो से ना रगड़ें। हमेशा बच्चे को नाजुक हांथो से पोंछे। ज्यादा रगड़ने पर बच्चे की त्वचा छिल जाती है।
4. हमेशा डायपर(diaper) ढीला बांधे
यदि आप सोचते है कि बच्चे का डायपर ढेला बांधने से वह खिसक जाएगा तो ऐसा नहीं है।आपको हमेशा बच्चे का डायपर ढीला बांधना चाहिए। ज्यादा टाईट डायपर से बच्चे की कमर और जांघों मे रगड़ लग जाति है। यह रगड़ बच्चे को जलन देती है और वह रोता है।
5.बच्चे के कपड़ों को धूप जरूर दिखाएं
आप अगर यह सोचते है कि रैशेज केवल डायपर और रगड़ की वजह से होते है। तो आप गलत सोचते है। बच्चे के कपड़े साफ ना होने से बच्चे को इन्फेक्शन(infection) और रैशेज हो जाते है। बच्चे के कपड़ों को गर्म पानी मे हल्के डिटर्जेंट(detergent) से धोएं, और धूप मे सूखने डालें।अगर आप ऐसा रोज करेंगे तो कभी भी बच्चे को रैशेज जैसी समस्या नहीं हो सकती।