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ऑक्सीमेटर क्यों खरीदना चाहिए - कोरोना की दूसरी लहर हमारे सर पर है ऐसे में न जाने कितने ही लोग ऑक्सीजन की कमी से और मेडिकल बेड की कमी से मर रहे हैं। कोरोना वायरस की बीमारी में अधिकतर लोग सांस लेने में दिक्कत महसूस करते हैं। इसलिए लोगों को हर फैमिली में इस कोरोना के मुश्किल वक़्त में पल्स ऑक्सीमीटर रखना चाहिए।
ये ऑक्सीमीटर एक छोटा सा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है। इसके बीच में ऊँगली फसायी जाती है और रेटिंग देखी जाती है। इस में दो रेटिंग आती हैं एक ऑक्सीजन की और एक पल्स की। एक नार्मल ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर होना चाहिए। अगर आपकी ऑक्सीजन लेवल इस से कम होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास अस्पताल में चले जाना चाहिए।
पल्स मतलब होता है दिल की धड़कने की रेट। यह हमेशा 70 से 100 के बीच होना चाहिए। गर आपको भी कोरोना हुआ है तो आज हम आपको ऐसी कुछ चीज़ें बताएंगे जो आपको अपने पास जरूर रखना चाहिए। कोरोना के वक़्त हमें हमारे बीपी, शुगर और पल्स को बार बार नापने की जरुरत होती है ताकि हम उसे नियंत्रण में रख सकें और हमारी अचानक से मौत न हो जो कि ज्यादातर कोरोना के केसेस में होता है।
कोरोना में इंसान या तो ऑक्सीजन की कमी या पल्स कम ज्यादा होना या ब्लड प्रेशर से ख़त्म हो रहा है। इसलिए इन सभी चीज़ों का नियमित रूप से चेक करना बहुत जरुरी होता है ताकि आप समय रहते सही इलाज ले सकें।
कोरोना होने पर आपको वीकनेस बहुत ज्यादा हो जाती है जिस से आप पैनिक करते हो टेंशन लेते हो आपकी बॉडी और सर में बहुत ज्यादा दर्द होता है। कोविद में सबसे जरुरी है आराम करना इसलिए आप प्रॉपर खाना खाकर दवाई लेके आराम करें। कोविद कि दवाइयाँ काफी भारी होती हैं और अगर आप इनको लेने को सोएंगे नहीं तो आपकी दिक्कत और बढ़ सकती है।
पल्स ऑक्सीमीटर से होता क्या है ?
ये ऑक्सीमीटर एक छोटा सा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है। इसके बीच में ऊँगली फसायी जाती है और रेटिंग देखी जाती है। इस में दो रेटिंग आती हैं एक ऑक्सीजन की और एक पल्स की। एक नार्मल ऑक्सीजन लेवल 95 से ऊपर होना चाहिए। अगर आपकी ऑक्सीजन लेवल इस से कम होती है तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास अस्पताल में चले जाना चाहिए।
पल्स कितनी होना चाहिए ?
पल्स मतलब होता है दिल की धड़कने की रेट। यह हमेशा 70 से 100 के बीच होना चाहिए। गर आपको भी कोरोना हुआ है तो आज हम आपको ऐसी कुछ चीज़ें बताएंगे जो आपको अपने पास जरूर रखना चाहिए। कोरोना के वक़्त हमें हमारे बीपी, शुगर और पल्स को बार बार नापने की जरुरत होती है ताकि हम उसे नियंत्रण में रख सकें और हमारी अचानक से मौत न हो जो कि ज्यादातर कोरोना के केसेस में होता है।
कोरोना में इंसान या तो ऑक्सीजन की कमी या पल्स कम ज्यादा होना या ब्लड प्रेशर से ख़त्म हो रहा है। इसलिए इन सभी चीज़ों का नियमित रूप से चेक करना बहुत जरुरी होता है ताकि आप समय रहते सही इलाज ले सकें।
कोरोना होने पर आपको वीकनेस बहुत ज्यादा हो जाती है जिस से आप पैनिक करते हो टेंशन लेते हो आपकी बॉडी और सर में बहुत ज्यादा दर्द होता है। कोविद में सबसे जरुरी है आराम करना इसलिए आप प्रॉपर खाना खाकर दवाई लेके आराम करें। कोविद कि दवाइयाँ काफी भारी होती हैं और अगर आप इनको लेने को सोएंगे नहीं तो आपकी दिक्कत और बढ़ सकती है।