पीसीओडी एक क्रिटिकल स्थिति है जहां ओवरीज़ समय से पहले एग्स को रिलीज कर देते हैं, जो समय के साथ सिस्ट में बदल जाते हैं। ऐसा होना पर महिलाओं के पीरियड्स में इर्रेगुलर पीरियड्स वजन बढ़ना, मेल पैटर्न हेयर लॉस और पेट में दर्द जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है।
पीसीओएस एंडोक्राइन सिस्टम का एक चयापचय विकार ( मेटाबोलिक डिसऑर्डर ) है। इस स्थिति में जय्दा मात्रा में पुरुष हार्मोन रिलीज होने लगते हैं जिससे ओव्यूलेशन में अनियमितता होती है इस स्थिति के कारण ओवेरिएस में बहुत सारे सिस्ट बन जाते हैं। यह स्थिति पीसीओडी से भी ज्यादा खतरनाक व गंभीर है इस स्थिति में वेट तेजी से बढ़ने लगता है।
कुछ घरेलु नुस्खे -
1. दालचीनी
अगर एक चम्मच दालचीनी को एक गिलास गर्म पानी के साथ लिया जाए, तो इंसुलिन के स्तर को बढ़ने से रोका जा सकता है
2. मेथी
मेथी शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ने से रोकती है, हार्मोंस को संतुलित करती है और मेटाबॉलिज्म में सुधार लाती है । आप तीन चम्मच मेथी के बीजों को आठ-दस घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें और फिर इन्हें पीसकर शहद के साथ दिन में तीन बार ले सकते हैं।
3. मुलेठी
यह एंड्रोजन को कम करती है, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती है और मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को बेहतर करती है प्रतिदिन सूखी मुलेठी को एक कप गर्म पानी में उबालकर पीने से काफी लाभ मिलता है
4. पुदीने की चाय
एक शोध में इस बात की रिसर्च की गई है कि पुदीने की चाय एंटी-एंड्रोजन का काम करती है। इसे पीने से पीसीओएस में राहत मिलती है। इस विषय में साइंटिस्ट अभी और शोध कर रहे हैं पानी में पुदीने की सूखी पत्तियां डालकर उबाल लें और फिर छानकर पिएं।