New Update
हर कोई चाहता है कि उनके पार्टनर के साथ उनके रिश्ते अच्छे हों लेकिन कई बार हम ऐसे रिश्तों में फंस जाते हैं जिनसे हमें निकालना तो चाहिए पर हम निकल नहीं पाते। कई बार अकेले होने के डर से या हार्ट ब्रेक के डर से हम टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर नहीं आ पाते। लेकिन आज जानिए वे 5 कारण जिनसे आपको अपने टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने की प्रेरणा मिलेगी
टॉक्सिक रिलेशनशिप का सबसे बड़ा सिंबल होता है इमोशनल तौर पर ड्रेन होना या खाली हो जाना। कई बार जब आप ऐसे रिश्तों में अपने पार्टनर्स के साथ अच्छा बॉन्ड बनाने की कोशिश करते भी हैं तो आप खुद को ही उल्टा नुकसान पहुंचाते हैं और इमोशनल तौर पर हर्ट हो जाते हैं।
टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के बाद भी आप कई बार उन्हीं अच्छी यादों और बातों में सिमटे रहते हैं जिसके कारण आप खुद को इमोशनली होलो या खाली महसूस करते हैं।
लेकिन ये सब समय के साथ सही हो जाएगा इसलिए आप इसे बाहर जरूर आएं।
एक रिलेशनशिप किसी भी इंसान की मेंटल हेल्थ पर काफी प्रभाव डालती है और इस तरह उसका टॉक्सिक होना भी मेंटल पीस को डिस्टर्ब कर सकता है।
अगर आप रिश्तों से दूर भी हो जाते हैं फिर भी आप खुद को खोया खोया पाते हैं जिसके कारण हम सेल्फ डाउट में घिर कर रह जाते हैं।
लेकिन याद रखिए टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलना ही सबसे बड़ा स्टेप होता है अपनी मेंटल पीस की ओर।
जब आप टॉक्सिक रिलेशनशिप में रहते हैं तो आपके ट्रस्ट और विश्वास को काफी नुकसान पहुंचता है जिसके कारण आप दूसरों अपर आसानी से विश्वास नहीं कर पाते हैं।
इसलिए टॉक्सिक रिलेशनशिप से निकलना काफी जरूरी है ताकि आप जल्दी से जल्दी इस समस्या से बाहर आ सकें।
कई बार रिश्तों के खराब होने से हम अपने पार्टनर्स को ही दोषी ठहराने लगते हैं और ये एक हद तक गलत होता है।
एक टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के बाद खुद को ब्लेम न करें।
तो ये थे टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के जरूरी कारण।
टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के 5 कारण :
1. इमोशनल स्ट्रेस
टॉक्सिक रिलेशनशिप का सबसे बड़ा सिंबल होता है इमोशनल तौर पर ड्रेन होना या खाली हो जाना। कई बार जब आप ऐसे रिश्तों में अपने पार्टनर्स के साथ अच्छा बॉन्ड बनाने की कोशिश करते भी हैं तो आप खुद को ही उल्टा नुकसान पहुंचाते हैं और इमोशनल तौर पर हर्ट हो जाते हैं।
टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के बाद भी आप कई बार उन्हीं अच्छी यादों और बातों में सिमटे रहते हैं जिसके कारण आप खुद को इमोशनली होलो या खाली महसूस करते हैं।
लेकिन ये सब समय के साथ सही हो जाएगा इसलिए आप इसे बाहर जरूर आएं।
2. मेंटल पीस का डिस्टर्ब होना
एक रिलेशनशिप किसी भी इंसान की मेंटल हेल्थ पर काफी प्रभाव डालती है और इस तरह उसका टॉक्सिक होना भी मेंटल पीस को डिस्टर्ब कर सकता है।
अगर आप रिश्तों से दूर भी हो जाते हैं फिर भी आप खुद को खोया खोया पाते हैं जिसके कारण हम सेल्फ डाउट में घिर कर रह जाते हैं।
लेकिन याद रखिए टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर निकलना ही सबसे बड़ा स्टेप होता है अपनी मेंटल पीस की ओर।
3. दूसरों पर ट्रस्ट की कमी
जब आप टॉक्सिक रिलेशनशिप में रहते हैं तो आपके ट्रस्ट और विश्वास को काफी नुकसान पहुंचता है जिसके कारण आप दूसरों अपर आसानी से विश्वास नहीं कर पाते हैं।
इसलिए टॉक्सिक रिलेशनशिप से निकलना काफी जरूरी है ताकि आप जल्दी से जल्दी इस समस्या से बाहर आ सकें।
4. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप
कई बार रिश्तों के खराब होने से हम अपने पार्टनर्स को ही दोषी ठहराने लगते हैं और ये एक हद तक गलत होता है।
एक टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के बाद खुद को ब्लेम न करें।
तो ये थे टॉक्सिक रिलेशनशिप से बाहर आने के जरूरी कारण।