Advertisment

"संस्कारी लड़की" की नई डेफिनिशन को ज़रूर जानें, भूल जाएं पुरानी बातें

author-image
Swati Bundela
New Update
जब भी हम एक संस्कारी लड़की का नाम सुन हैं तब हमारे दिमाग में सिर्फ एक अच्छी चुप रहने वाली अच्छा खाना बनाने वाली पूजा पाठ में लगाने वाली बड़ों का सम्मान करने वाली चाहे में कितने भी गलत क्यों ना हो और चुपचाप सब कुछ सहने वाली लड़की का एक किरदार आता है। आज हम संस्कारी लड़की की एक नई डेफिनेशन बनाएंगे और उसे ही अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे।

Advertisment

संस्कारी लड़की ने यह 7 गुण होने ही चाहिएं



1. फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस

Advertisment


हमारे समाज में किसी भी महिला के लिए पास फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस जरूर होनी चाहिए क्योंकि इसके बिना वह एक परिवार यह किसी पुरुष पर निर्भर होती हैं जो उस पर किसी भी तरह के जुल्म ढाने में या फिर अपनी मनमानी करने में पीछे नहीं हटते हैं।

2. ओपिनियन रखना

Advertisment


किसी भी महिला को अपना ओपिनियन रखने से पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि अपने मन की बात रखना हर किसी का अधिकार होता है और एक संस्कारी लड़की को तो अपने परिवार के सामने अपना उम्मीद जरूर रखना चाहिए।

3. प्रेशर में शादी न करना

Advertisment


प्रेशर में की गई शादी ना सिर्फ आपकी जिंदगी बर्बाद करती है बल्कि आपके पार्टनर और आपके होने वाले बच्चों के लिए जिंदगी बर्बाद करती है इसलिए एक संस्कारी लड़की होने के नाते कभी भी प्रेशर में शादी ना करें।

4. मदरहुड को चॉइस मानना

Advertisment


मां बनना या ना बनना एक चॉइस होती है इसलिए खुद को मां बनने के लिए प्रेशराइज ना करें और ना ही दूसरों की बातों को उनके तानो को सीरियसली ले। आपके बच्चों को आपको ही पालना है इसलिए सोच समझकर ही कोई कदम उठाएं।

5. सिर्फ घरेलू ही न बनना

Advertisment


हर महिला को यह जानना जरूरी है कि सिर्फ घरेलू बनने से ही वह एक संस्कार लड़की नहीं बन जाती हैं बल्कि उन्हें घर के काम के साथ-साथ बाहर के हर काम आने चाहिए। घर का काम एक स्किल होती है जो हर महिला और पुरुष को आनी चाहिए।

6. बड़ों को उनकी गलती पर टोकना

Advertisment


यह हमेशा याद रखें कि हमें कि सिर्फ छोटे ही गलत नहीं होते हैं। बड़े भी कई बार बहुत बड़ी-बड़ी गलतियां करते हैं और हम उन्हें सिर्फ इसलिए जाने देते हैं क्योंकि बड़े होने के नाते हम उनका सम्मान करते हैं। एक संस्कारी लड़की होने के नाते यह आपका फर्ज है कि आप हर किसी को उनकी गलती का सबक सिखाएं और उन्हें उनकी गलती महसूस कराएं।

7. अपने लिए स्टैंड लेना



हमेशा याद रखें परिवार की खुशी के साथ-साथ अपनी खुशी को भी आगे ही रखें। अपने लिए टाइम देना सेल्फिश नहीं होता है इसलिए अपने लिए टाइम निकाल ले और खुद को भी प्रायोरिटाइज करें।
सोसाइटी
Advertisment