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जब भी हम एक संस्कारी लड़की का नाम सुन हैं तब हमारे दिमाग में सिर्फ एक अच्छी चुप रहने वाली अच्छा खाना बनाने वाली पूजा पाठ में लगाने वाली बड़ों का सम्मान करने वाली चाहे में कितने भी गलत क्यों ना हो और चुपचाप सब कुछ सहने वाली लड़की का एक किरदार आता है। आज हम संस्कारी लड़की की एक नई डेफिनेशन बनाएंगे और उसे ही अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे।
हमारे समाज में किसी भी महिला के लिए पास फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस जरूर होनी चाहिए क्योंकि इसके बिना वह एक परिवार यह किसी पुरुष पर निर्भर होती हैं जो उस पर किसी भी तरह के जुल्म ढाने में या फिर अपनी मनमानी करने में पीछे नहीं हटते हैं।
किसी भी महिला को अपना ओपिनियन रखने से पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि अपने मन की बात रखना हर किसी का अधिकार होता है और एक संस्कारी लड़की को तो अपने परिवार के सामने अपना उम्मीद जरूर रखना चाहिए।
प्रेशर में की गई शादी ना सिर्फ आपकी जिंदगी बर्बाद करती है बल्कि आपके पार्टनर और आपके होने वाले बच्चों के लिए जिंदगी बर्बाद करती है इसलिए एक संस्कारी लड़की होने के नाते कभी भी प्रेशर में शादी ना करें।
मां बनना या ना बनना एक चॉइस होती है इसलिए खुद को मां बनने के लिए प्रेशराइज ना करें और ना ही दूसरों की बातों को उनके तानो को सीरियसली ले। आपके बच्चों को आपको ही पालना है इसलिए सोच समझकर ही कोई कदम उठाएं।
हर महिला को यह जानना जरूरी है कि सिर्फ घरेलू बनने से ही वह एक संस्कार लड़की नहीं बन जाती हैं बल्कि उन्हें घर के काम के साथ-साथ बाहर के हर काम आने चाहिए। घर का काम एक स्किल होती है जो हर महिला और पुरुष को आनी चाहिए।
यह हमेशा याद रखें कि हमें कि सिर्फ छोटे ही गलत नहीं होते हैं। बड़े भी कई बार बहुत बड़ी-बड़ी गलतियां करते हैं और हम उन्हें सिर्फ इसलिए जाने देते हैं क्योंकि बड़े होने के नाते हम उनका सम्मान करते हैं। एक संस्कारी लड़की होने के नाते यह आपका फर्ज है कि आप हर किसी को उनकी गलती का सबक सिखाएं और उन्हें उनकी गलती महसूस कराएं।
हमेशा याद रखें परिवार की खुशी के साथ-साथ अपनी खुशी को भी आगे ही रखें। अपने लिए टाइम देना सेल्फिश नहीं होता है इसलिए अपने लिए टाइम निकाल ले और खुद को भी प्रायोरिटाइज करें।
संस्कारी लड़की ने यह 7 गुण होने ही चाहिएं
1. फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस
हमारे समाज में किसी भी महिला के लिए पास फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस जरूर होनी चाहिए क्योंकि इसके बिना वह एक परिवार यह किसी पुरुष पर निर्भर होती हैं जो उस पर किसी भी तरह के जुल्म ढाने में या फिर अपनी मनमानी करने में पीछे नहीं हटते हैं।
2. ओपिनियन रखना
किसी भी महिला को अपना ओपिनियन रखने से पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि अपने मन की बात रखना हर किसी का अधिकार होता है और एक संस्कारी लड़की को तो अपने परिवार के सामने अपना उम्मीद जरूर रखना चाहिए।
3. प्रेशर में शादी न करना
प्रेशर में की गई शादी ना सिर्फ आपकी जिंदगी बर्बाद करती है बल्कि आपके पार्टनर और आपके होने वाले बच्चों के लिए जिंदगी बर्बाद करती है इसलिए एक संस्कारी लड़की होने के नाते कभी भी प्रेशर में शादी ना करें।
4. मदरहुड को चॉइस मानना
मां बनना या ना बनना एक चॉइस होती है इसलिए खुद को मां बनने के लिए प्रेशराइज ना करें और ना ही दूसरों की बातों को उनके तानो को सीरियसली ले। आपके बच्चों को आपको ही पालना है इसलिए सोच समझकर ही कोई कदम उठाएं।
5. सिर्फ घरेलू ही न बनना
हर महिला को यह जानना जरूरी है कि सिर्फ घरेलू बनने से ही वह एक संस्कार लड़की नहीं बन जाती हैं बल्कि उन्हें घर के काम के साथ-साथ बाहर के हर काम आने चाहिए। घर का काम एक स्किल होती है जो हर महिला और पुरुष को आनी चाहिए।
6. बड़ों को उनकी गलती पर टोकना
यह हमेशा याद रखें कि हमें कि सिर्फ छोटे ही गलत नहीं होते हैं। बड़े भी कई बार बहुत बड़ी-बड़ी गलतियां करते हैं और हम उन्हें सिर्फ इसलिए जाने देते हैं क्योंकि बड़े होने के नाते हम उनका सम्मान करते हैं। एक संस्कारी लड़की होने के नाते यह आपका फर्ज है कि आप हर किसी को उनकी गलती का सबक सिखाएं और उन्हें उनकी गलती महसूस कराएं।
7. अपने लिए स्टैंड लेना
हमेशा याद रखें परिवार की खुशी के साथ-साथ अपनी खुशी को भी आगे ही रखें। अपने लिए टाइम देना सेल्फिश नहीं होता है इसलिए अपने लिए टाइम निकाल ले और खुद को भी प्रायोरिटाइज करें।