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वर्जिनिटी और हाइमन के बीच संबंध
वर्जिनिटी क्या होती है ?
हर किसी की सेक्स की अलग अलग डेफिनेशन हैं। कोई सिर्फ़ पेनिस और वजाइन के सेक्स को ही सेक्स मानते हैं और कई लोग ओरल सेक्स और एनल सेक्स भी करते हैं।
ऐसे में हर किसी का वर्जिनिटी को लेकर भी अपना अपना मानना होता है। एक न्यूट्रल डेफिनेशन के हिसाब से मानें तो, जिन लोगों ने कभी सेक्स नहीं किया होता है वे वर्जिन होते हैं और उनकी वर्जिनिटी सुरक्षित होती है जबकि जिन्होंने सेक्स कर लिया होता है, वे वर्जिनिटी खो देते हैं।
हर किसी का अपनी सेक्सुअल प्रिफरेंस के हिसाब से वर्जिनिटी पर अपना विचार है।
हाइमन क्या होता है ?
हाइमन एक पतली झिल्ली होती है जो वजाइन की ओपनिंग पर मौजूद होती है। हाइमन में इतना बड़ा छेद तो होता ही है कि ये पीरियड के दौरान ब्लड हो आने दे और टैंपोंस को अंदर जाने दे।
किसी भी तरह की पेनेट्रेशन के कारण ये झिल्ली टूट जाती है। अब लोगों को लगता है कि सिर्फ सेक्स के दौरान ही ये हाइमन टूटता है जबकि ऐसा नहीं है। हाइमन बाइक चलाते वक्त, स्पोर्ट्स खेलते वक्त, वजैना में सेक्स टॉय, फिंगर या टैम्पोन का इस्तेमाल करने से भी टूट सकता है।
कई केसेज में, हाइमन की झिल्ली में काफी बड़ा छेद होता है जिस कारण पहली बार सेक्स के समय कोई दर्द या ब्लीडिंग नहीं होती और ये नॉर्मल है।
वर्जिनिटी और हाइमन के बीच में रिश्ता
हमारे समाज में ये शादी के बाद बहुओं के बिस्तर को उनकी सुहागरात के बाद अक्सर चेक किया जाता है और देखा जाता है कि चादर पर खून लगा या नहीं।
लोगों का मानना होता है कि जो लड़कियां अपने पहले सेक्स पर ब्लड नहीं करतीं, वह वर्जिन नहीं होती हैं और इसे समाज के कई हिस्सों में गलत माना जाता है।
जबकि सेक्स, हाइमन और वर्जिनिटी के बीच कोई रिश्ता नहीं होता है और ये लोगों का जानना जरुर है।