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कनक मूर्ति COVID-19 मौत - इंडिया की बहुत ही प्रसिद्ध मूर्तिकार कनक मूर्ति ने COVID-19 से दम तोड़ दिया। ये बैंगलोर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थीं। इनको कोरोना होने के बाद ये कुछ वक़्त तक घर पर ही क्वारंटाइन थीं इसके बाद इनको अर्जेंट में अस्पताल ले जाया गया और वहां पर ही इन्होंने अपनी आखिरी सांस ली।
ये इंडिया की बहुत ही सेलिब्रेट की गयी मूर्तिकार थीं। इन्होंने कई बड़े बड़े कामों में प्रशंसा हासिल की है जैसे कि राइटर और पोएट। इनको कई अवार्ड्स भी मिले हैं जैसे कि शिल्पकला अकेडमी अवार्ड , राज्योत्सवा अवार्ड और सुवर्ना कर्नाटक अवार्ड। । इन्होंने दो किताब भी लिखी हैं जिनके नाम हैं शिल्पा रेखा ये लाइन की ड्रॉइंग्स के ऊपर है। इनकी दूसरी बुक का नाम है होव्ड। फेमस कोरोना
कोरोना के कारण हमने और किस किस को खोया है ?
कोरोना की दूसरी लहर ने फ़िलहाल पूरे भारत देश में दहशत मचाकर रखी है। रोजाना हज़ारों लोग मर रहे हैं कभी ऑक्सीजन की कमी से तो कभी मेडिकल ट्रीटमेंट समय पर न मिलने पर। जैसे हर चीज़ की तीन स्टेज होती है उसी तरह कोरोना की अभी दूसरी चल रही है और साइंटिस्ट और सरकार तीसरी की चेतावनी दे रहे हैं।
सरकार ने कई साइंटिस्ट से सलाह मशोहरा किया और उसके बाद ये सामने आया है कि कोरोना की तीसरी लहर आना तय है और ये टाली नहीं जा सकती है। अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि ये आखिरी लहर कब और कैसे आएगी। ऐसे में शुरू से ही सावधानी बरतना जरुरी है।
छोटे बच्चों के लिये ज़ूम मीटिंग्स एंड वीडियो कॉल काफी अलग और नया अनुभव रहता है। बच्चे मिस करतें हैं स्कूल मे अपनी उम्र के बच्चों में रहना, दादा दादी और टीचर्स से मिलना क्योंकि उनको नहीं समझ की अचानक से सब कहा चले गए हैं ।
ये इंडिया की बहुत ही सेलिब्रेट की गयी मूर्तिकार थीं। इन्होंने कई बड़े बड़े कामों में प्रशंसा हासिल की है जैसे कि राइटर और पोएट। इनको कई अवार्ड्स भी मिले हैं जैसे कि शिल्पकला अकेडमी अवार्ड , राज्योत्सवा अवार्ड और सुवर्ना कर्नाटक अवार्ड। । इन्होंने दो किताब भी लिखी हैं जिनके नाम हैं शिल्पा रेखा ये लाइन की ड्रॉइंग्स के ऊपर है। इनकी दूसरी बुक का नाम है होव्ड। फेमस कोरोना
कोरोना के कारण हमने और किस किस को खोया है ?
कोरोना की तीसरी लहर है खतरनाक
कोरोना की दूसरी लहर ने फ़िलहाल पूरे भारत देश में दहशत मचाकर रखी है। रोजाना हज़ारों लोग मर रहे हैं कभी ऑक्सीजन की कमी से तो कभी मेडिकल ट्रीटमेंट समय पर न मिलने पर। जैसे हर चीज़ की तीन स्टेज होती है उसी तरह कोरोना की अभी दूसरी चल रही है और साइंटिस्ट और सरकार तीसरी की चेतावनी दे रहे हैं।
सरकार ने कई साइंटिस्ट से सलाह मशोहरा किया और उसके बाद ये सामने आया है कि कोरोना की तीसरी लहर आना तय है और ये टाली नहीं जा सकती है। अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि ये आखिरी लहर कब और कैसे आएगी। ऐसे में शुरू से ही सावधानी बरतना जरुरी है।
कोरोना का बच्चों पर क्या असर हुआ है ?
छोटे बच्चों के लिये ज़ूम मीटिंग्स एंड वीडियो कॉल काफी अलग और नया अनुभव रहता है। बच्चे मिस करतें हैं स्कूल मे अपनी उम्र के बच्चों में रहना, दादा दादी और टीचर्स से मिलना क्योंकि उनको नहीं समझ की अचानक से सब कहा चले गए हैं ।