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अहम भूमिका होती है । विलन नकारात्मक किरदार को निभाने के लिए जाने जाते है और हीरो अच्छे कामों के लिए । सोनू सूद काफी फिल्मो में विलन के किरदार निभाने के लिए जाने जाते है , पर असल जिंदगी में , उनकी सराहना रियल हीरो कह कर करी जाती है । लेकिन पान्डेमिक के समय में तो सोनू सूद को सुपर हीरो बुलाया जा रहा है क्योंकि वो बिना किसी की परवाह करे लोगों की मदद कर रहे हैं.
कैसे सोनू सूद ने जरूरतमंदों की मदद की :
सोनू सूद वास्तव में हीरो हैं क्योंकि वो हमें रोज़ मानवता के लिए कुछ करने की प्रेरणा देते हैं। उनकी लेटेस्ट फिल्मे - कुरुक्षेत्र , अभिनेत्री 2 और सीता है । वो आखिरी बार सिंबा फिल्म में देखे गए थे और इस बार पहली बार सोनू सूद "यश राज फिल्म " में काम करेंगे और ऐसा उन्होंने सोशल मीडिया पर भी डाला. हम सभी को सोनू सूद को तरह , सबकी मदद करनी चाहिए , और इस संकट के समय में ध्यान रखे की आपके आस पास , कोई भी इंसान जो भूख या किसी भी कारण परेशान हो तो , उसकी मदद जरूर करें ।
और पढ़िए : ‘अपने जुनून का पालन करें, स्वयं को प्राथमिकता दें’: श्रुति दांडेकर
कैसे सोनू सूद ने जरूरतमंदों की मदद की :
- 24 मार्च से शुरू हुए , 21 दिन के lockdown के दौरान , कई माइग्रेंट श्रमिक देश के अलग-अलग कोनों में अटक गए थे और सभी श्रीमकों ने पैदल , भूखे और प्यासे अपने घरों तक पहुँचने का फैसला किया और वो सभी अपना सफर शुरू कर चुके थे , जो की बहुत मुश्किल था , खासकर महिलाओं और बच्चो के लिए और तभी उस संकट में , सोनू सूद भगवान की भेजी मदद बनकर दिखाई दिए और उन्होंने बसों का प्रबंध किया और माइग्रेंट श्रमिकों को उनके परिवारों से मिलाया ।
- उन्होंने अपना मुम्बई वाला होटल डॉक्टर्स को रहने के लिए दिया है जहां ये कोरोना वारियर्स आराम से रह सकें।
- 177 बच्चियों को कोची से भुभनेश्वर अपने चार्टर्ड प्लेन से सुरक्षित पहुँचाया।
- उन्होंने मई में लोगों की मदद करने के लिए अपना टोल फ्री नम्बर भी लांच किया है।
- महामारी के दौरान, सोनू सूद के एक फैन ने कुछ अनाथ बच्चो की वीडियो को शेयर किया. कैप्शन में लिखा था कि उन बच्चो ने अपने माता पिता को खो दिया ह। वास्तव में वो बच्चे तेलंगाना के यदाद्रि भुवनगरी जिले में रहते है । और उसने ये भी लिखा की उन बच्चो की देखभाल के लिए कोई भी नहीं है और वो बच्चे कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए है । 3 अनाथ बच्चो की मदद करने के लिए उसने सोनू सूद से मदद मांगी और सोनू सूद ने उनकी ज़िम्मेदारी ली और कहा कि वो बच्चे अब से अनाथ नहीं है
माइग्रेंट वर्कर्स के लिए सोनू सूद भगवान की भेजी मदद बनकर दिखाई दिए और उन्होंने बसों का प्रबंध किया और उनको उनके परिवारों से मिलाया ।
- हैदराबाद की सॉफ्टवेयर इंजीनियर उनदादी श्रद्धा सिर्फ 26 साल की है पर उस पान्डेमिक में उनकी मंच की नौकरी चली गयी। नौकरी जाने की वजह से उन्हें जीने के लिए सब्जियां बेचने का सहारा लेना पड़ा। सोनू सूद ने इस संकट में , श्रद्धा को नौकरी दिलवाई ।
- सोनू सूद ने रक्षाबंधन पर ही असम में रहने वाली एक ऐसी महिला की मदद करने का प्रण लिया जिसका घर बाढ़ के कारण तबाह हो गया। उनके पति की भी मृत्यु हो गयी है और उनका एक छोटा बच्चा है।
- अभी हाली में सोनू सूद ने लोगों से अपील की है कि वो अस्पताल के पेशेंट्स को अडॉप्ट करके उनकी मदद करें या उनके अस्पताल का खर्चा उठाये .
सोनू सूद वास्तव में हीरो हैं क्योंकि वो हमें रोज़ मानवता के लिए कुछ करने की प्रेरणा देते हैं। उनकी लेटेस्ट फिल्मे - कुरुक्षेत्र , अभिनेत्री 2 और सीता है । वो आखिरी बार सिंबा फिल्म में देखे गए थे और इस बार पहली बार सोनू सूद "यश राज फिल्म " में काम करेंगे और ऐसा उन्होंने सोशल मीडिया पर भी डाला. हम सभी को सोनू सूद को तरह , सबकी मदद करनी चाहिए , और इस संकट के समय में ध्यान रखे की आपके आस पास , कोई भी इंसान जो भूख या किसी भी कारण परेशान हो तो , उसकी मदद जरूर करें ।
और पढ़िए : ‘अपने जुनून का पालन करें, स्वयं को प्राथमिकता दें’: श्रुति दांडेकर