Diwali Special Foods: दिवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख और महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्यौहार अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का प्रतीक है और इस अवसर पर लोग अपने घरों को दीपों, मोमबत्तियों और रंगोली से सजाते हैं। दिवाली केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर खुशी मनाने का भी समय है। इस पर्व पर विशेष रूप से कुछ खास खानें तैयार किए जाते हैं, जो इस त्योहार की मिठास को और बढ़ा देते हैं।
दिवाली के खास खानें
1. मिठाइयाँ
दिवाली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा मिठाइयाँ हैं। घर-घर में लड्डू, बर्फी, काजू कतली, रसगुल्ला और पेड़ा जैसे विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ बनाई जाती हैं। विशेष रूप से, गुजिया एक लोकप्रिय मिठाई है, जिसमें मावा और मेवों का भराव होता है। ये मिठाइयाँ न केवल त्योहार की खुशियों का प्रतीक हैं, बल्कि परिजनों और मित्रों को भेंट देने का भी एक माध्यम हैं।
2. नमकीन और स्नैक्स
दिवाली पर सिर्फ मिठाइयाँ ही नहीं, बल्कि नमकीन और स्नैक्स भी महत्वपूर्ण होते हैं। चकली, नमक पारे, दाल के चिप्स और पकोड़े जैसे कुरकुरी चीजें हर घर में बनाई जाती हैं। इनका सेवन लोग मिठाइयों के साथ या चाय के साथ करते हैं। विशेषकर, खस्ता नमकीन और मिक्स चाट पार्टी का मजा बढ़ाते हैं।
3. खास व्यंजन
दिवाली पर लोग विशेष व्यंजन भी बनाते हैं। जैसे कि, आलू टिक्की, पनीर टिक्का, चाट और चावल के विभिन्न प्रकार। विशेष रूप से, दाल मखनी और बटर चिकन जैसे मुख्य व्यंजन दिवाली के दावतों का हिस्सा होते हैं। इन व्यंजनों का आनंद परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर लिया जाता है।
4. भोग
कुछ लोग दिवाली पर देवी-देवताओं को विशेष भोग भी अर्पित करते हैं। इसमें मिठाई, फल, और अन्य विशेष पकवान शामिल होते हैं। यह एक प्रकार से आभार प्रकट करने का एक तरीका है।
5. क्षेत्रीय विशेषताएँ
भारत के विभिन्न हिस्सों में दिवाली मनाने के अपने तरीके और खास व्यंजन होते हैं। जैसे कि, उत्तर भारत में बर्फी और लड्डू, जबकि दक्षिण भारत में अडाई, पेयसम और चिवड़ा प्रमुख हैं। पश्चिमी भारत में, खासकर गुजरात में, फाफड़ा और लड्डू का विशेष महत्व होता है। इसी तरह, पूर्वी भारत में, पोटोल का भर्ता और रसगुल्ला जैसे व्यंजन खास होते हैं।