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यह सूची उन महिलाओं की है जिन्होंने दुनिया भर में अपने खेलों के रिकॉर्ड 2019 में तोड़े हैं और हमें गर्वित किया है :-
दुती चंद
समान लिंग के व्यक्ति से रिश्ते को दुनिया के सामने अपनाने की वजह से चंद को आज भारतीय मेगन रपिनोए के नाम से प्रसिद्ध हैं . 9 जुलाई को विश्व स्तर पर ‘30वीं समर यूनिवर्सिटी गेम्स’ (नेपल्स) में विमेंस 100 मीटर स्प्रिंट में 'गोल्ड मेडल' जीतने वाली पहली भारतीय बनीं .
हिमा दास
हिमा दास ने जुलाई 7 को लगातार दूसरी बार पोजनान एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स,पोलैंड में विमेंस 200 मीटर की रेस में दूसरा अंतरराष्ट्रीय गोल्ड जीता. 19 वर्षीय दास ने अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड 23.97 सेकंड का बनाया है और अपने आप को दुनिया में साबित किया है.
विनेश फोगाट
एशियन गेम्स की शूरवीर, विनेश फोगाट ने हाल ही में ‘ग्रैंड प्रिक्स ऑफ स्पेन’ में रेसलिंग में 23 किलो की कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता है. वह पिछले साल किए गए एशियाड और कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने गोल्ड मेडल्स की प्रस्तुति के लिए भी जानी जाती है. 2020 में होने वाले टोक्यो गेम्स में भारत को इनसे कई उम्मीदें हैं.
भारतीय रग्बी टीम
जून 22 को भारतीय विमेंस रग्बी टीम ने ‘एशियाई रग्बी विमेंस चैंपियनशिप’, डिवीज़न-1, सिंगापुर में 21-19 से 15 सेकंड मैं मैच अपने नाम किया और पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल की.
मीराबाई चानू
कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर, वेटलिफ्टिर, मीराबाई चानू ने जुलाई 9 को कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया.
लालरेमसियामी
खेल से कुछ देर पहले ही इनके पिता का देहांत हो गया था, पर फिर भी इंडियन विमेंस हॉकी टीम फॉरवर्ड, लालरेमसियामी ने टीम के साथ रहने का निर्णय लिया और FIH सीरीज फाइनल्स, हिरोशिमा में नॉकआउट गेम्स में भाग लिया. 30 जून 2019 को जापान में उन्होंने सेमीफाइनल और फाइनल खेला जो इनकी अजय संकल्प शक्ति को दर्शाता है. भारत के लिए यह जीत अक्टूबर में होने वाले 2020 ओलंपिक क्वालीफाई शेड्यूल में अपनी जगह बनाने के लिए अहम थीं.
दिव्या ककरान
एशियन U-23 रेसलिंग चैंपियनशिप में दिव्या ने डेलगेरमा एन्ख्सैखन (मंगोलिया) को 10-6 से 68 किलो की कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता. ग्रैंड प्रिक्स ऑफ स्पेन में उन्होंने 68 किलो की कैटेगरी में दिए गए सम्मान को स्वीकारा.
नवजीत कौर
कसानो मेमोरियल मीट. अल्माटी, कजाखस्तान मैं नवजीत कौर ने डिस्ट्रो में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के सम्मान को बढ़ाया.
मन कौर
सेनेटेनरियन कौर ने अपनी उम्र को केवल अंक बताकर, वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन गोल्ड मेडल जीते. 103 वर्षीय एथलीट ने शॉटपुट में गेंद 2.13 मी दूर फेंककर अव्वल आईं. जेवलिन थ्रो और 60 मीटर स्प्रिंट में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता.
गोमती मरिमुथु
किसान की बेटी, मिडल डिस्टेंस रनर, गोमैथी, ने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 800 मीटर में गोल्ड मेडल हासिल किया. तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु) में रहने वाली, 30 वर्षीय गोमती, ने भारत के इतिहास में दोहा एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपना नाम लिखवाया. गोमती कहती हैं, "मेरे पिता ने जानवरों का खाना खाया ताकि में गोल्ड मैडल खा सकूं."
मैरी कोम
दूसरे इंडिया ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट, गुवाहाटी, भारत में 36 वर्षीय मैरीकॉम ने 51Kg कैटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल किया. यह उनका इंडिया ओपन से दूसरा गोल्ड है. पहला 48kg कैटेगरी में गोल्ड उन्होंने नई दिल्ली में जीता था.
विमेंस आर्चरी कंपाउंड टीम
जून में आर्चरी वर्ल्ड चैंपियनशिप (नेदरलैंड्स), ज्योति सुरेखा, वेनम, मुस्कान किरार और राज कौर ने टर्की को हराते हुए ब्रोंज मेडल जीता. इस जीत के साथ भारत ने इस साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में दूसरा मेडल जीता और आगे भी ऐसी जीत की उम्मीद करता है.
प. यू चीत्रा
एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, फोल्क्सम ग्रैंड प्रिक्स (स्वीडन), और फिर दोहा आकर 1500 मीटर की रेस में पहला स्थान पाकर गोल्ड मेडल जीता.
जोशना चिनप्पा
एशियन इंडियन स्क्वाश चैंपियनशिप सिंगल में आनी ऑ (हॉन्ग कोंग) को 11-5, 6-11, 11-8, 11-6 से हराकर, चिनप्पा ने गोल्ड मेडल हासिल किया. इससे पहले जोशना, सितम्बर,2017 में आनी ऑ को हांगकांग इंटरनेशनल ओपन में हराकर मैच जीता था.