Types Of Intimacy: लोगों के पर्सनल स्पेस को ही इंटिमेसी कहा जाता है। लोग इंटिमेसी के ऊपर सवाल उठाते हैं कि यह केवल फिजिकली रूप से ही दो व्यक्तियों के बीच में होता है मगर यह सच नहीं है। इंटिमेसी को बनने में कई साल लगते हैं। जब दो व्यक्ति एक दूसरे को अच्छे से समझने लगते हैं तब उन दोनों के बीच इंटिमेसी बढ़ती है।
यह कई प्रकार की होती है जैसे फिजिकल, इमोशनल, इंटेलेक्चुअल इत्यादि। फिजिकल होने से भी इंटिमेसी डेवलप होती है लेकिन यही इसका एकमात्र तरीका नहीं है। बहुत सारे ऐसे अन्य प्रकार भी हैं जिनकी मदद से आप अपने पार्टनर से जुड़े रह सकते हैं, आइए आज के इस ब्लॉग में हम जानते हैं इंटिमेसी के विभिन्न प्रकार के बारे में।
Types Of Intimacy In Realtionship
1. इमोशनल इंटिमेसी
आप जब अपनी उन बातों को किसी से शेयर करते हैं जिनका जिक्र हम किसी से नहीं कर सकते तब उस व्यक्ति के साथ एक इमोशनल कनेक्शन हो जाता है। अंततः यही इमोशनल कनेक्शन आगे चलकर इमोशनल इंटिमेसी का रूप ले लेता है। आपको बता दें हर रिश्ते में इमोशनल कनेक्शन भी उतना ही ज्यादा जरूरी होता है जितना कि फिजिकल कनेक्ट।
2. फिजिकल इंटिमेसी
फिजिकल इंटिमेसी कई प्रकार से होती है। सेक्स के साथ-साथ अपने पार्टनर को किश करना, हग करना, उसके साथ कडल करना भी फिजिकल इंटिमेसी (physical intimacy) को बढ़ाता है। हम आपको बता दें कि केवल सेक्सी फिजिकल इंटिमेसी का पाठ नहीं होता है।
3. इंटेलेक्चुअल इंटिमेसी
जब हम अपने पार्टनर या फ्रेंड के साथ अपने विचार शेयर करते हैं उस अकॉर्डिंग अपने दिमाग में एक मैप बना लेते हैं। जब आप उस व्यक्ति के साथ घंटो बात करते हैं तब एक कनेक्शन फील होता है तब इंटेलेक्चुअल इंटिमेसी (intellectual intimacy) फील होती है।
4. ट्रस्ट इंटिमेसी
प्रत्येक रिलेशनशिप में ट्रस्ट होना बेहद जरूरी है क्यूंकि इसी वजह से रिलेशनशिप स्ट्रॉन्ग बनता है। ट्रस्ट होने के कारण हमें अपने पार्टनर के साथ कनेक्शन फील होता है जो ट्रस्ट इंटिमेसी (Trust Intimacy) कहलाता है। हर एक रिश्ते की बुनियाद होता है एक दूसरे पर भरोसा।
5. सेल्फ लव
बहुत से लोग अपने आस पास के लोगों से प्यार करते करते खुद से प्यार करना भूल जाते हैं। संपूर्णता इसके विपरीत जब आप खुदसे प्यार करने लगते हैं, खुद पर भरोसा करने लगते हैं तब सेल्फ इंटिमेसी (self intimacy) डेवलप होती है।