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म्यूटेंट स्ट्रेंस का खतरा - देशभर में कोरोनावायरस से बचाव के लिए ज्यादातर लोग वैक्सीन लगवा रहें हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स ने अब वैक्सिंग को लेकर भी चेतावनी दी है। AIIMS के डॉक्टर और कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स के मेंबर्स के समुह का कहना है कि अधूरे और अनप्लांड वैक्सीनेशन से म्यूटेंट स्ट्रेंस का खतरा बढ़ सकता है। एक्सपोर्ट्स ने यह भी कहा है कि जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं उन्हें वैक्सीन लगाने की कोई जरूरत नहीं है।
हाल ही के रिपोर्ट्स में IPHA, IAPSM, IAE के एक्सपर्ट्स का कहना है कि अव्यवस्थित और अधूरे वैक्सीनेशन म्यूटेंट स्ट्रेंस का कारण बन सकता है। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि जो लोग कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं उन्हें वैक्सीन लगाने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों को वैक्सीनेशन लगाने के बाजाए सिर्फ उन लोगों को लगाना चाहिए जिन्हें इससे ज्यादा खतरा है।
महामारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस वक्त सभी एज ग्रुप को वैक्सीन लगाने की बजाएं टीकाकरण को प्राथमिकता देने के लिए महामारी विज्ञान के आंकड़ों द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए। एक साथ अभी सभी के लिए टीकाकरण खोलने के कारण बड़े पैमाने पर लोग कोरोनावायरस से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया कि युवा और बच्चों के लिए टीकाकरण फिलहाल कारगर नहीं है।
पहले से लगातार कोरोनावायरस के मामले कम होते दिख रहे हैं। अभी तक 24 घंटों में कोरोनावायरस के 91,702 कुल नए मामले दर्ज हुए हैं। वहीं अगर अभी मृत्यु दर देखा जाए तो कुल मिलाकर 3.7lakh लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है। सबसे ज्यादा मामले तमिलनाडु में देखे जा रहें हैं। कोरोना मैं गिरावट होने के कारण कई जगह लॉकडाउन भी खुल चुकी है।
एक्सपोर्ट्स का वैक्सीनेशन को लेकर यह कहा
हाल ही के रिपोर्ट्स में IPHA, IAPSM, IAE के एक्सपर्ट्स का कहना है कि अव्यवस्थित और अधूरे वैक्सीनेशन म्यूटेंट स्ट्रेंस का कारण बन सकता है। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि जो लोग कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं उन्हें वैक्सीन लगाने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों को वैक्सीनेशन लगाने के बाजाए सिर्फ उन लोगों को लगाना चाहिए जिन्हें इससे ज्यादा खतरा है।
सभी एज ग्रुप को टीकाकरण लगाने की जरूरत नहीं
महामारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस वक्त सभी एज ग्रुप को वैक्सीन लगाने की बजाएं टीकाकरण को प्राथमिकता देने के लिए महामारी विज्ञान के आंकड़ों द्वारा निर्देशित किया जाना चाहिए। एक साथ अभी सभी के लिए टीकाकरण खोलने के कारण बड़े पैमाने पर लोग कोरोनावायरस से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा यह भी कहा गया कि युवा और बच्चों के लिए टीकाकरण फिलहाल कारगर नहीं है।
कोरोनावायरस के अभी तक के मामले
पहले से लगातार कोरोनावायरस के मामले कम होते दिख रहे हैं। अभी तक 24 घंटों में कोरोनावायरस के 91,702 कुल नए मामले दर्ज हुए हैं। वहीं अगर अभी मृत्यु दर देखा जाए तो कुल मिलाकर 3.7lakh लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है। सबसे ज्यादा मामले तमिलनाडु में देखे जा रहें हैं। कोरोना मैं गिरावट होने के कारण कई जगह लॉकडाउन भी खुल चुकी है।