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बच्चों में टीकाकरण: क्यों है ज़रूरी और कौन से टीके लगवाने चाहिए?

ब्लॉग: टीकाकरण एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति को एक छोटी मात्रा में मृत या कमजोर बैक्टीरिया या वायरस दिया जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को इन रोगाणुओं से लड़ने के लिए तैयार करने में मदद करता है।

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Vaishali Garg
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Vaccination In Children : टीकाकरण एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति को एक छोटी मात्रा में मृत या कमजोर बैक्टीरिया या वायरस दिया जाता है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को इन रोगाणुओं से लड़ने के लिए तैयार करने में मदद करता है। 

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बच्चों में टीकाकरण: क्यों है ज़रूरी और कौन से टीके लगवाने चाहिए?

बच्चों में टीकाकरण बेहद ज़रूरी है। यह उन्हें कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचा सकता है। जैसे:

  • पोलियो
  • डिप्थीरिया
  • टेटनस
  • खसरा
  • चेचक
  • काली खांसी
  • हेपेटाइटिस बी
  • रूबेला
  • इन्फ्लूएंजा
  • निमोनिया
  • मेनिनजाइटिस
  • हेपेटाइटिस ए
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भारत में, बच्चों को निम्नलिखित टीके दिए जाते हैं:

ओपीवी (ओरल पोलियो वैक्सीन): यह पोलियो वायरस के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

डीटीपी (डिपथीरिया, टेटनस, और Pertussis वैक्सीन): यह डिप्थीरिया, टेटनस, और काली खांसी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

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हेपेटाइटिस बी वैक्सीन: यह हेपेटाइटिस बी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

एमएमआर (मम्प्स, मम्स, और रूबेला वैक्सीन): यह मम्प्स, मम्स, और रूबेला के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

हेपेटाइटिस ए वैक्सीन: यह हेपेटाइटिस ए के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है।

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इन टीकों को आमतौर पर एक निश्चित अनुक्रम में दिया जाता है। उदाहरण के लिए, ओपीवी और डीटीपी का पहला टीका जन्म के बाद दिया जाता है, और फिर 6 सप्ताह, 10 सप्ताह, और 14 सप्ताह बाद दोहराया जाता है। हेपेटाइटिस बी का पहला टीका जन्म के बाद दिया जाता है, और फिर 6 सप्ताह और 14 सप्ताह बाद दोहराया जाता है। एमएमआर का पहला टीका 12-15 महीने की उम्र में दिया जाता है, और फिर 4-6 साल की उम्र में दोहराया जाता है। हेपेटाइटिस ए का पहला टीका 1-2 साल की उम्र में दिया जाता है, और फिर 6-12 साल की उम्र में दोहराया जाता है।

टीकाकरण के कुछ संभावित दुष्प्रभाव हैं, जैसे कि इंजेक्शन साइट पर दर्द या सूजन। हालांकि, ये दुष्प्रभाव आमतौर पर हल्के होते हैं और जल्दी ही ठीक हो जाते हैं। टीकाकरण बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। यह उन्हें कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचा सकता है। इसलिए, सभी माता-पिता को अपने बच्चों को नियमित रूप से टीके लगवाने चाहिए।

टीकाकरण के लाभ

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  • बच्चों को कई गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचाव मिलता है।
  • बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
  • बच्चों की जीवन प्रत्याशा बढ़ाता है।
  • बच्चों के विकास को बढ़ावा देता है।
  • बच्चों के परिवार और समुदाय को भी स्वस्थ रखता है।

टीकाकरण के बारे में कुछ आम मिथक

  • टीके से बच्चों को बीमारियां हो सकती हैं।
  • टीके हानिकारक होते हैं।
  • टीके अनावश्यक हैं।

इन मिथकों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। टीके पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी हैं। वे बच्चों को कई गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।

vaccination बच्चों में टीकाकरण
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