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सफलता का राज़
बेंगलुरु की विभा स्वामीनाथन ने आईएससी परीक्षाओं में टॉप करने के लिए 100 फीसदी अंक हासिल करके इतिहास रचा। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने 7 मई को नतीजों की घोषणा करने के तुरंत बाद इंडियनएक्सप्रेस.कॉम से बात करते हुए कहा, “मेरा कहना है,“ ईमानदार होने के लिए, मैंने कभी कोई मुश्किल टाइम टेबल नहीं बनाया। इसके बजाय, मैंने पढ़ाई में लगातार बने रहने की कोशिश की और हमेशा जो भी मैं करती हूं उसमें अपना पूरे फोकस के साथ कड़ी मेहनत की। ”
विभा ने कहा कि उसने अपनी छुटियों के दौरान रोज़ लगातार लगभग छह से सात घंटे तक पढ़ाई की, जिसके पहले उसने अपने स्कूल, माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल में दिए गए सारे असाइनमेंट और एक्टिविटीज के माध्यम से गहराई से कॉन्सेप्ट्स को समझने की कोशिश की।
अपने लीडरशिप स्किल्स के लिए लोकप्रिय, यह 17 -वर्षीय लड़की कई मॉडल संयुक्त राष्ट्र (एमयूऍन) इवेंट्स की विजेता है, इसके अलावा उसे किताबे पड़ना बहुत पसंद है और वो एक डॉगलवर भी है जिसने बहुत सारे पप्पीज को बचाने के लिए काम किया है।
भविष्य योजना
विभा एक वकील बनने की इच्छा रखती है क्योंकि वह बहसों और चर्चाओं में इच्छुक है। "पब्लिक पालिसी को प्रभावित करना और इस तरह नागरिकता का बड़ा हिस्सा कुछ ऐसा है जो मुझे ऐसा करने के लिए प्रेरित करता है," वह कहती हैं। नौजवान अपनी उच्च शिक्षा को नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू) में जारी रखना चाहती है, जो देश में सबसे अच्छी रैंक वाली कानून संस्था है, जो संयोग से उसके शहर में ही है।
मॉन्टेसरी की शिक्षक श्रीविद्या जी और स्वामीनाथन एन.आर. एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के घर जन्मी विभा का घर सरजापुर रोड पर है। वह कहती हैं, "मेरे परिवार में दो छोटे भाई-बहन (वैशाली और विहान) शामिल हैं, साथ ही मेरे अध्यापकों ने पूरे अकादमिक वर्ष में बहुत ज़्यादा मोरल सपोर्ट और सलाह दी है," वह कहती हैं।