Monsoon Diseases: मौसम का बदलना अक्सर लोगों की सेहत पर असर डालता है, और इस बदलाव के साथ कुछ आम बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इस समय में स्वास्थ्य का ख्याल रखना और जरूरी सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है। यहाँ कुछ प्रमुख बीमारियाँ हैं। यदि लोग थोड़ी सी भी लापरवाही बरतेंगे तो तुरंत बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। आइए, मौसम बदलने पर हमें किन बीमारियों से बचकर रहना चाहिए।
इन गंभीर बीमारियों से रहिए बचकर वरना सेहत को होगा भारी नुकसान
1. मौसमी बुखार
मौसम में बदलाव के कारण मौसमी बुखार एक आम समस्या है। इसमें बुखार, खांसी, जुकाम और गले में खराश जैसी समस्याएँ शामिल होती हैं। इसका इलाज करने के लिए गर्म पीना जैसे अदरक की चाय या हनी और लेमन का सेवन लाभकारी हो सकता है। साथ ही, अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए स्वच्छता बनाए रखें और जंक फूड से दूर रहें।
2. वायरल इंफेक्शन
वायरल इंफेक्शन जैसे कि फ्लू और सर्दी-खांसी, अक्सर मौसम बदलने पर फैलते हैं। इसे रोकने के लिए हाथों की सफाई पर ध्यान दें, भीड़भाड़ वाले स्थानों से दूर रहें, और खुद को गरम रखें।
3. एलर्जी
मौसम के परिवर्तन के साथ वायु में धूल, पराग और अन्य एलर्जी तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है। इससे एलर्जी संबंधी समस्याएँ जैसे कि नाक का बहना, आंखों में खुजली, और छींकें आना शुरू हो सकती हैं। एलर्जी से बचने के लिए एलर्जी के मौसम में घर के दरवाजे और खिड़कियाँ बंद रखें और नियमित रूप से सफाई करें।
4. डेंगू और मलेरिया
मानसून के मौसम में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ फैलती हैं। मच्छरों से बचाव के लिए कीटनाशक का उपयोग करें, मच्छरदानी का इस्तेमाल करना चाहिए और घर के आसपास देखें पानी जमा न हो पाएं।
5. पाचन समस्याएँ
मौसम बदलने के कारण डाइजेस्टिव सिस्टम प्रभावित हो सकता है, जिससे पेट में दर्द, अपच और दस्त जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए ताजे और साफ-सुथरे भोजन का सेवन करें, और ज्यादा मसालेदार या तैल वाला खाना खाने से बचें।
6.चिकनगुनिया
चिकनगुनिया मादा एडीज मच्छर (Female Aedes Mosquito )के काटने से पैदा होता है। इस मच्छर के काटने से करीब 3 से 7 दिन के बाद चिकनगुनिया के लक्षण मरीज में दिखाई देने लगते हैं। इसके लक्षण (symptoms) हैं बुखार, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, मशल्स पेन, जोड़ों में सूजन औऱ बॉडी पर रेशेज आदि।