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जीभ और स्वास्थ्य - अक्सर कोई बीमारी के जांच के लिए लोग जब डॉक्टर के पास जाते हैं, तो डॉक्टर जीभ भी देखते है। वही कभी ना कभी आपने भी सोचा होगा कि स्वास्थ्य का संबंध जीभ से कैसे है ? या डॉक्टर जीभ क्यों देखते है? ऐसा इसलिए है क्योंकि अलग-अलग जीभ का रंग स्वास्थ्य और बीमारी की गंभीरता को दिखाता है।
हालाँकि, जब जीभ गुलाबी रंग की दिखती है, तो यह उसकी सांउडनेस की पुष्टि करती है। जबकि जीभ में थोड़ा सा बदलाव, दबाव या दर्द कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करता है। आइए जानें कि आपकी जीभ आपके शरीर के स्वास्थ्य के बारे में क्या कहती है।
सफेद कोटिंग या पैच एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति या एक हाइजीन यीशु का संकेत देता हैं। जैसे -
फंगस Candida albicans के कारण ओरल थ्रश या अन्य यीस्ट डिजीज हो जाता है। C. एल्बीकैंस आपके मुंह में हमेशा मौजूद रहता है और पूरी तरह से हानिरहित होता है। यदि आपकी इम्यून सिस्टम ठीक से काम कर रही है। तो आपके शरीर में सहजीवी बैक्टीरिया सी. एल्बिकैंस को नियंत्रण में रखता है।
ल्यूकोप्लाकिया आम तौर पर मुंह के म्यूकोसल ऊतकों में होता है। जो मोटे, सफेद या भूरे रंग के पैच विकसित करता हैं।
फोलिक एसिड या विटामिन बी-12 की कमी से आपकी जीभ लाल दिखाई दे सकती है। आप न्यूट्रिशन डाइट फॉलो करके जिसमें विटामिन रहता है इसे ठीक कर सकते हैं।
यह एक हानिरहित और नॉन कंतागियस स्थिति है। जो आपकी जीभ पर मैप लाइक जैसे पैटर्न बनाती है। यह स्थिति विभिन्न एलर्जी, कमियों, मधुमेह या तनाव का एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकती है।
एक बैक्टीरियल रोग जिससे आपकी जीभ लाल और बंपी हो जाती हैं। अगर इसका सही समय पहला चुनाव कराया जाए तो इसका प्रभाव हॉट, किडनी और अन्य अंगों पर पड़ सकता है।
काली, बालों वाली जीभ एक हानिरहित स्थिति है। यह छोटे डेड स्किन सेल्स के निर्माण के कारण होता है। डायबिटीज या केमोथेरेपी से गुजर रहे कैंसर रोगियों में भी काली जीभ देखी जाती है।
हालाँकि, जब जीभ गुलाबी रंग की दिखती है, तो यह उसकी सांउडनेस की पुष्टि करती है। जबकि जीभ में थोड़ा सा बदलाव, दबाव या दर्द कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करता है। आइए जानें कि आपकी जीभ आपके शरीर के स्वास्थ्य के बारे में क्या कहती है।
1. सफेद रंग
सफेद कोटिंग या पैच एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति या एक हाइजीन यीशु का संकेत देता हैं। जैसे -
• ओरल कैंडिडिआसिस -
फंगस Candida albicans के कारण ओरल थ्रश या अन्य यीस्ट डिजीज हो जाता है। C. एल्बीकैंस आपके मुंह में हमेशा मौजूद रहता है और पूरी तरह से हानिरहित होता है। यदि आपकी इम्यून सिस्टम ठीक से काम कर रही है। तो आपके शरीर में सहजीवी बैक्टीरिया सी. एल्बिकैंस को नियंत्रण में रखता है।
• ल्यूकोप्लाकिया -
ल्यूकोप्लाकिया आम तौर पर मुंह के म्यूकोसल ऊतकों में होता है। जो मोटे, सफेद या भूरे रंग के पैच विकसित करता हैं।
2. लाल रंग
• बी-12 की कमी -
फोलिक एसिड या विटामिन बी-12 की कमी से आपकी जीभ लाल दिखाई दे सकती है। आप न्यूट्रिशन डाइट फॉलो करके जिसमें विटामिन रहता है इसे ठीक कर सकते हैं।
• बेनाइन मिगेटरी ग्लोसिटिस -
यह एक हानिरहित और नॉन कंतागियस स्थिति है। जो आपकी जीभ पर मैप लाइक जैसे पैटर्न बनाती है। यह स्थिति विभिन्न एलर्जी, कमियों, मधुमेह या तनाव का एक महत्वपूर्ण लक्षण हो सकती है।
• स्कारलेट बुखार -
एक बैक्टीरियल रोग जिससे आपकी जीभ लाल और बंपी हो जाती हैं। अगर इसका सही समय पहला चुनाव कराया जाए तो इसका प्रभाव हॉट, किडनी और अन्य अंगों पर पड़ सकता है।
3. काला रंग
काली, बालों वाली जीभ एक हानिरहित स्थिति है। यह छोटे डेड स्किन सेल्स के निर्माण के कारण होता है। डायबिटीज या केमोथेरेपी से गुजर रहे कैंसर रोगियों में भी काली जीभ देखी जाती है।