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डा. सुदेशना राय से जानतें हैं एग फ्रीजिंग के बारे में जो हर उस महिला के सवाल का जवाब देंगी जो किन्हीं कारणों से अभी बच्चा नहीं पैदा करना चाहतीं।
सबसे पहले हम जानते हैं एक बच्चे के जन्म की पूरी प्रक्रिया क्या होती है। एक महिला के शरीर में ओवरीज में प्यूबर्टी की उम्र के बाद हर महीने कई सारे एग्स रिलीज होते हैं जो किसी स्पर्म का इंतजार करते हैं। अगर स्पर्म नहीं आया तो महिला को पीरियड्स आ जाते हैं और अगर स्पर्म यूट्रस में आ गया तो महिला प्रेगनेंट हो जाती है।
जब महिला की ओवरीज से निकला एग किसी स्पर्म के संपर्क में आता है तो वो एक दूसरे में सम्मिलित होकर एंब्रियो और फिर foetus और फिर एक बच्चे का शरीर बनना शुरू होता है। इस प्रक्रिया को फर्टिलाइजेशन कहते हैं।
डा. सुदेशना राय बताती हैं कि कई बार किन्हीं कारणों से अगर महिला अपनी फर्टिलिटी की उम्र पर प्रेगनेंट नहीं होना चाहती तो वह एग फ्रीजिंग का सहारा ले सकती है।
Egg Freezing एक प्रक्रिया होती है जिसमें महिला के मैच्योर एग्स को विट्रिफिकेशन की प्रक्रिया से ओवरीज से बाहर निकाल कर कहीं सुरक्षित रूप से स्टोर कर दिया जाता है और जब महिला प्रेगनेंसी के लिए राजी हो तब वह इन एग्स का इस्तेमाल कर के IVF प्रोसीजर के साथ मां बन सकती है।
एग फ्रीजिंग से लेकर उसके वापस यूट्रस में जाने तक की सभी प्रक्रियाएं हार्मोनल मेडिकेशन और मेडिकल एक्सपर्टाइज पर भी निर्भर करती हैं इसलिए इसमें कुछ न कुछ साइड इफेक्ट्स होते ही हैं लेकिन ये साइड इफेक्ट्स लॉन्ग टर्म या हार्मफुल नहीं होंगे।
इन साइड इफेक्ट्स के बारे में आपको आपके डॉक्टर से आपकी हेल्थ पर निर्भरता और अन्य जानकारी हिसाब से सभी बातें पता चल जाएंगी।
रिपोर्ट्स और सर्वे ये बताते हैं कि एग फ्रीजिंग के दौरान अगर 10 अंडो को प्रिजर्व किया गया है तो 60% और 20 अंडो पर 80% तक का प्रभाव देखा गया है और इनकी सक्सेस रेट भी यही हैं।
एग फ्रीजिंग से जुड़ी और जानकारी के लिए आप अपने आस पास IVF सेंटर से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
एक बच्चे का निर्माण कैसे होता है ?
सबसे पहले हम जानते हैं एक बच्चे के जन्म की पूरी प्रक्रिया क्या होती है। एक महिला के शरीर में ओवरीज में प्यूबर्टी की उम्र के बाद हर महीने कई सारे एग्स रिलीज होते हैं जो किसी स्पर्म का इंतजार करते हैं। अगर स्पर्म नहीं आया तो महिला को पीरियड्स आ जाते हैं और अगर स्पर्म यूट्रस में आ गया तो महिला प्रेगनेंट हो जाती है।
जब महिला की ओवरीज से निकला एग किसी स्पर्म के संपर्क में आता है तो वो एक दूसरे में सम्मिलित होकर एंब्रियो और फिर foetus और फिर एक बच्चे का शरीर बनना शुरू होता है। इस प्रक्रिया को फर्टिलाइजेशन कहते हैं।
एग फ्रीजिंग क्या होती है ?
डा. सुदेशना राय बताती हैं कि कई बार किन्हीं कारणों से अगर महिला अपनी फर्टिलिटी की उम्र पर प्रेगनेंट नहीं होना चाहती तो वह एग फ्रीजिंग का सहारा ले सकती है।
Egg Freezing एक प्रक्रिया होती है जिसमें महिला के मैच्योर एग्स को विट्रिफिकेशन की प्रक्रिया से ओवरीज से बाहर निकाल कर कहीं सुरक्षित रूप से स्टोर कर दिया जाता है और जब महिला प्रेगनेंसी के लिए राजी हो तब वह इन एग्स का इस्तेमाल कर के IVF प्रोसीजर के साथ मां बन सकती है।
एग फ्रीजिंग के साइड इफेक्ट्स क्या क्या होते हैं ?
एग फ्रीजिंग से लेकर उसके वापस यूट्रस में जाने तक की सभी प्रक्रियाएं हार्मोनल मेडिकेशन और मेडिकल एक्सपर्टाइज पर भी निर्भर करती हैं इसलिए इसमें कुछ न कुछ साइड इफेक्ट्स होते ही हैं लेकिन ये साइड इफेक्ट्स लॉन्ग टर्म या हार्मफुल नहीं होंगे।
इन साइड इफेक्ट्स के बारे में आपको आपके डॉक्टर से आपकी हेल्थ पर निर्भरता और अन्य जानकारी हिसाब से सभी बातें पता चल जाएंगी।
एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया कितनी प्रभाव कारी होती है?
रिपोर्ट्स और सर्वे ये बताते हैं कि एग फ्रीजिंग के दौरान अगर 10 अंडो को प्रिजर्व किया गया है तो 60% और 20 अंडो पर 80% तक का प्रभाव देखा गया है और इनकी सक्सेस रेट भी यही हैं।
एग फ्रीजिंग से जुड़ी और जानकारी के लिए आप अपने आस पास IVF सेंटर से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।