Menopause: मेनोपॉज एक ऐसी चीज़ है जिसमें औरतों को 40 से 50 की उम्र के बीच अपने शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। मेनोपॉज का सबसे बड़ा संकेत होता है 1 साल के लिए पीरियड ना होना।
Menopause: मेनोपॉज क्या है?
एक समय के बाद हर महिला को पीरियड होना बंद हो जाता है। एक उम्र के बाद महिलाओं को पीरियड्स होना बंद हो जाते हैं। पीरियड्स का बंद होना आपके शरीर में कुछ बदलाव ला सकता है। इन्हीं सब बदलावों को मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज के कारण अलग अलग हो सकते हैं। आइए आज के इस ब्लॉग में मेनोपॉज के बारे में गहराई से जानते हैं।
Menopause: मेनोपॉज के क्या लक्षण होते हैं
यादि आपको मेनोपॉज होगा तो आप कैसे इसका पता लगाएंगे? यह एक ज़रूरी क्वेश्चन जो लगभग हर महिला के मन में होता है।हर बीमार के कुछ लक्षण होते हैं जिनसे आपको उस बीमारी के होने का पता चल सकता है। आपको बता दें की मेनोपॉज के भी कुछ लक्षण होते हैं। अधिकतर महिलाएं मेनोपॉज के करीब पहुंचने पर वसोमोटोर सिमटम्स का अनुभव करती हैं। सबसे कॉमन सिस्टम्स हैं ऊपरी शरीर में तेज गर्मी, ब्लशिंग, पसीना, आदि का एहसास होना।
Menopause: मेनोपॉज में किस तरह के डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं?
मेनोपॉज के लक्षणों का इलाज आमतौर पर एक महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा किया जाता है। हैल्थ केयर प्रोवाइडर्स, जैसे कि पारिवारिक चिकित्सा विशेषज्ञ और इंटर्निस्ट, मेनोपॉज के लक्षणों में भी मदद कर सकते हैं।
मेनोपॉज के लक्षणों को कंट्रोल करने और वजन बढ़ाने से बचने के लिए मेनोपॉज से निपटने के तरीकें हैं, एक स्वस्थ आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें। डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपक लक्षण लग रहें हैं तो। मेनोपॉज के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन की कमी होने लगती है जिससे कि हमारे शरीर को कैल्शियम पूरी मात्रा में नहीं मिल पाता। मेनोपॉज के दौरान कई औरतों को हॉट फ्लैशेस का सामना भी करना पड़ सकता है।