New Update
सेक्स एजुकेशन क्या होता है ?
जब भी बात सेक्स एजुकेशन की आए तो आप सिर्फ सेक्स के बारे में ही ना सोचें। सेक्स एजुकेशन में सेक्स, सेक्स से जुड़े मिथ्स, मेंस्ट्रुएशन, पीरियड, प्रेगनेंसी, अनसेफ और सेफ प्रेगनेंसी इत्यादि की जानकारी भी सेक्स एजुकेशन में सम्मिलित होते हैं।
सेक्स एजुकेशन की ज़रूरत सबको क्यों है?
1. मेंस्ट्रुएशन की पूरी जानकारी
पीरियड्स के बारे में सिर्फ महिलाओं को ही पता नहीं होनी चाहिए क्योंकि महिलाएं पुरुषों के बीच स्कूल, कॉलेज, घर और ऑफिस हर जगह मौजूद होती हैं। इसलिए पुरुषों को भी पीरियड्स के बारे में पता होना चाहिए ताकि वे महिलाओं की स्थिति को समझ सकें।
2. सेक्स के मिथ्स
बहुत सारे लोगों के दिमाग में सेक्स से जुड़े कई सारे मिथ्स होते हैं। लेकिन उन्हें सेक्स से जुड़ी कोई जानकारी अच्छे से नहीं होती हैं। Sex education लोगों को ये समझने में मदद करता है कि पॉर्न में दिखाया सेक्स और असल में होने वाले सेक्स में काफी अंतर होता है।
3. अनसेफ सेक्स और सेक्सुअल हैरेसमेंट की जानकारी
कई बार महिलाओं को लगता है कि उनके साथ होने वाली सेक्सुअल हैरेसमेंट बहुत नॉर्मल है और उन पर कोई सख्त एक्शन नहीं लेती हैं इसलिए सेक्स हैरेसमेंट का आंकड़ा सिर्फ बढ़ता ही जा रहा है।
अनप्रोटेक्टेड सेक्स के कारण महिलाओं को अनवांटेड प्रेगनेंसी का शिकार होना पड़ता है। ये उनकी पूरी जिंदगी को प्रभावित करती है।
4. यह पुरुषों को अच्छा बनने में मदद आती हैं
दुनिया भर में सेक्सुअल हैरेसमेंट सहने के सबसे ज्यादा केस महिलाओं के हिस्से ही आते हैं। बेशक पुरुष भी सेक्सुअल हैरेसमेंट का शिकार होते हैं लेकिन सेक्स एजुकेशन पुरुषों और महिलाओं दोनों को ही रोमांस, प्यार और हैरेसमेंट में फर्क बताता है।
5. कंसेंट का मतलब पता चलता है
सेक्स एजुकेशन के कारण किसी भी व्यक्ति को कंसेंट का असल मत पता चलता है। कंसेंट का साफ मतलब होता है हां या ना का साफ जवाब। अगर सामने वाले व्यक्ति ने आपको हां या ना का कोई जवाब दिया है तो उसी प्रकार कंसेंट को फॉलो करें।