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Women's Health: वजाइनल एट्रोफी क्या है? इसके 5 सिम्पटम्स जानें

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Swati Bundela
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वजाइनल एट्रोफी का मतलब है हमारी वजाइना का थिन और ड्राई हो जाना। कई बार ऐसा भी होता है की वजाइनल एट्रोफी के कारण हमारी वजाइना में इंफ्लमैशन भी हो सकता है। वजाइनल एट्रोफी का सबसे बड़ा कारण है हमारी बॉडी के एस्ट्रोजन लेवल का घट जाना। वजाइनल एट्रोफी आम तौर पर मेनोपॉज़ के बाद होता है। वजाइनल एट्रोफी के कारण ना सिर्फ आपको पेनफुल इंटरकोर्स से गुज़ारना पड़ता है बल्कि कई बार इस कारण आपको यूरिनरी सिस्टम में भी परेशानी आ सकती है। इसका कई बार डॉक्टर्स गेनिटोयूरिनरी सिम्प्टम ऑफ़ मेनोपॉज़ भी बुलाते हैं। इसका इलाज तभी समभाव है जब आप इसको सही समय पर डिटेक्ट कर पाएं इसलिए जानिए इसके 5 कॉमन सिम्पटम्स:

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1. वजाइना में ड्राइनेस



वजाइनल ड्राइनेस मेनोपॉज़ के बाद का एक बहुत ही कॉमन सिम्प्टम है। ये लेकिन आपको किसी भी ऐज में एफेक्ट कर सकता है। वजाइनल ड्राइनेस का सबसे प्रमुख कारण है एस्ट्रोजन लेवल का गिरना। कई बार वजाइनल इन्फेक्शन के कारण भी आपकी वजाइना ड्राई हो सकती है। ये वजाइनल एट्रोफी का भी एक प्रमुख सिम्प्टम है इसलिए इसे बिलकुल नज़रअंदाज़ ना करें।

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2. डिस्पेरुनिआ



डिस्पेरुनिआ का मतलब है सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान पेन फील करना। सेक्स के दौरान आपको आपके जेनिटल और पेल्विक एरिया में पेन फील हो सकता है। जब आपके एस्ट्रोजन लेवल्स कम होते हैं तो सेक्स के दौरान आप पेन फील कर सकती हैं। इसलिए अगर ऐसा कुछ फील हो तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें क्योंकि ये वजाइनल एट्रोफी के पर्मुख सिम्पटम्स में से एक है।

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3. जेनिटल इचिंग



जेनिटल इचिंग के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। कई बार मेनोपॉज़ और वजाइनल इन्फेक्शन के कारण आपको बहुत सीवियर और क्रिटिकल जेनिटल इचिंग हो सकता है। ये कुछ स्किन डिसऑर्डर्स या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीसेस के कारण भी हो सकता है। अगर सही समय पर ध्यान ना दिया जाए तो ये वाल्वर कैंसर का कारण भी बन सकता है। इसलिए अगर आप ऐसा कुछ महसूस करें तो तुरंत डॉक्टर से दिखाएँ।
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4. इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग



सेक्स के दौरान ब्लीडिंग एक हेल्थ कंडीशन का साइन हो सकता है। कई बार पेल्विक इन्फ्लैमटॉरी डिजीज या फिर सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के कारण भी आपको
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इंटरकोर्स के दौरान ब्लीडिंग हो सकता है। मेनोपॉज़ के बाद आपके वजाइना के सेक्रेशंस भी घट जाते हैं इसलिए आप ब्लीडिंग फील कर सकती हैं। ऐसे किसी सिचुएशन को अनदेखा ना करें और जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लें।

5. यूरिनेशन में बर्निंग फील होना



आम तौर पर यूरिनेशन के दौरान बर्निंग फील करने का मतलब है की आपको कोई इन्फेक्शन या सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज हो गया है। कई बार आपके वजाइनल ट्रैक्ट में बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण भी आपको यूरिनेशन में बर्न फील हो सकता है। इसलिए अगर कभी आपको बर्न फील हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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