Bhai Dooj: भाई दूज, भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित एक विशेष त्योहार है, जो भारत में दिवाली के बाद मनाया जाता है। इस दिन, बहनें अपने भाइयों के लिए मंगलकामनाएं करती हैं और उनके लंबे जीवन एवं समृद्धि की कामना करती हैं।
क्यों मनाते हैं भाई दूज?
भाई दूज का महत्व सिर्फ एक पारिवारिक परंपरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और विशेषता को भी दर्शाता है।
भाई दूज का ऐतिहासिक संदर्भ भी है। मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुनाजी से मिलने आए थे। यमुनाजी ने उन्हें प्रेमपूर्वक भोजन कराया और साथ ही उन्हें यह वचन दिलाया कि जो बहन इस दिन अपने भाई को आमंत्रित कर भोजन कराएगी, उसके भाई की उम्र लंबी होगी। इस प्रकार, भाई दूज की परंपरा शुरू हुई, जिसमें बहनें अपने भाइयों को आमंत्रित करती हैं और उन्हें विशेष पकवान बनाकर खिलाती हैं।
इस दिन, बहनें अपने भाइयों को तिलक करती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। भाइयों के लिए यह दिन भी खास होता है, क्योंकि वे अपनी बहनों को उपहार देकर उन्हें सम्मानित करते हैं। यह परंपरा न केवल परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और स्नेह बढ़ाती है, बल्कि यह सामाजिक बंधनों को भी मजबूत बनाती है।
भाई दूज का पर्व विशेष रूप से उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। कई स्थानों पर यह त्योहार "भाई तीज" या "भाई दूज" के नाम से जाना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे के घर जाकर भाई दूज की शुभकामनाएं देते हैं और परिवार के साथ मिलकर भोजन का आनंद लेते हैं।
भाई दूज का पर्व हमें यह सिखाता है कि भाई-बहन का रिश्ता न केवल खून का होता है, बल्कि यह विश्वास, प्रेम और एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदारी का भी होता है। यह दिन हमें अपने रिश्तों की अहमियत को समझने और उन्हें और भी मजबूत बनाने का अवसर देता है।
समाज में भाई दूज की परंपरा से यह संदेश मिलता है कि हमें अपने परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए। यह त्योहार हमें एकजुटता, भाईचारा और पारिवारिक मूल्यों को संजोने की प्रेरणा देता है। आज के व्यस्त जीवन में जब लोग अक्सर एक-दूसरे से दूर हो जाते हैं, भाई दूज का यह पर्व हमें एकजुट होने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
इस प्रकार, भाई दूज न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह एक सामाजिक उत्सव भी है जो हमारे परिवारों और समाज में स्नेह और एकता का संचार करता है। यह पर्व हर साल हमें याद दिलाता है कि परिवार का महत्व क्या है और हमें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने की कितनी आवश्यकता है। इस दिन, भाई-बहन अपने रिश्ते की मिठास और स्नेह का जश्न मनाते हैं, जिससे जीवन में खुशी और आनंद का संचार होता है।